देहरादून: देश के साथ साथ उत्तराखंड में कोरोना के हालात लगातार बिगड़ रहे हैं. लगातार बढ़ती कोरोना मरीजों की संख्या से राज्य सरकार की चिंताएं बढ़ गई हैं. राज्य के अलग अलग जिलों से डराने वाले तस्वीरें सामने आ रही है. आलम यह है कि, हर रोज बढ़ते मरीजों का आंकड़ा लोगों को डराने लगा है. अस्पतालों में चीख पुकार बताती है कि व्यवस्था का क्या आलम है. हालांकि, प्रशासन सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की बात कह रहा है.
दिल दहला देने वाली तस्वीरें
कहते हैं तस्वीरें सब बयां करती हैं. उन हालातों को जिनको शब्द की जरूरत नहीं होती. ऐसा ही एक वीडियो सामने आया है. इसमें नीले रंग के सूट में बैठी महिला के पति दून अस्पताल में भर्ती थे, उनका कहना है कि उनके पति को बीते दिनों अस्पताल में भर्ती किया गया था. बीती रोज़ उनकी ठीक से अपने पति से बात हुई लेकिन आज उनकी मौत की ख़बर आने से सभी सकते में हैं. कुछ महिलाओं ने कोरोना को ज़िम्मेदार ठहराया तो कुछ ने अस्पताल के डॉक्टर्स को. उन्होंने कहा कि, कोरोना ने इनका घर उजाड़ दिया ...उजाड़ दिया वो सपनों का घर जो दोनों ने मिल कर बनाया था. ये दर्द, चीखें ऐसी हैं जिन्हें सुना नहीं जाता.
कहने को तो प्रदेश में दून अस्पताल उत्तराखंड का सबसे बड़ा अस्पताल है. दूरदराज से आए मरीज यहां से ठीक होकर अपने गंतव्य वापस जाते हैं. लेकिन कोरोना के आगे देश के साथ साथ प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था भी दम तोड़ती हुई दिखाई दे रही हैं. हर रोज मरीजों की मौत का आंकड़ा बढ़ने लगा है. डराने लगा है.
दम तोड़ती स्वास्थ्य सेवाएं
वहीं, आरटी-पीसीआर की जांच के लिए मरीजों का हुजूम प्रदेश के सबसे बड़े दून अस्पताल पहुंच रहा है. इंतज़ार कर रहा है कब उनका नंबर आये और उनकी जांच हो. घंटों मरीज लाइनों में खड़े होकर अपनी बारी की प्रतीक्षा कर रहे हैं. ऐसे में संक्रमण एक से दूसरे को होगा, इसमे कोई शक नहीं. लोगों का कहना है कि सुबह जल्दी लाइन में लगने के बाद भी शाम तक उनका नंबर नहीं आ रहा है.
प्रदेश में संक्रमण का आंकड़ा एक लाख 34 हजार को पार कर चुका है. 1900 से ज्यादा कोरोना संक्रमित लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. कोरोना की चुनौती के सामने सरकार हर दिन अपनी गाइडलाइंस को और सख़्त कर रही है, तो दूसरी तरफ़ तस्वीरे बताती हैं कि व्यवस्थाओं को और दुरुस्त करना होगा. लोगों का सहयोग ज़रूरी है लेकिन कोरोना की बढ़ती रफ़्तार को अगर रोकना है तो सख़्ती के साथ नियमों का पालन करना होगा, तभी इस महामारी पर काबू पाया जा सकेगा.
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