मीरापुर में जयंत चौधरी और अखिलेश की प्रतिष्ठा पर फैसला कल, 24 राउंड में होगी मतगणना
UP Bypoll Election 2024: उत्तर प्रदेश की 9 सीटों पर उपचुनाव के बाद सबकी नजर शनिवार (22 नवंबर) को आने वाले परिणाम पर टिकी हैं. निर्वाचन आयोग ने सभी जगह पर मतगणना की सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं.
Meerapur Bypoll Election 2024: उत्तर प्रदेश की 9 सीटों पर हुए उपचुनाव की मतगणना शनिवार (22 नवंबर) को होगी. इनमें पश्चिमी यूपी की महत्वपूर्ण सीटों में शुमार मीरापुर विधानसभा सीट भी शामिल है. मतगणना को लेकर सभी तैयारियों पूरी कर ली गई हैं. सबकी की निगाहें कल आने वाले परिणाम पर टिकी हैं.
मतगणना से एक दिन पहले अधिकारियों ने मौके पर सभी व्यवस्थाओं का जायजा लिया. मतदाताओं ने किस पर जताया भरोसा और कौन मतदाताओं का दिल जीतने रहा कामयाब, इस पर फैसला कल हो जाएगा. इसे सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव और आरएलडी अध्यक्ष जयंत चौधरी साख से जोड़कर देखा जा रहा है.
24 राउंड में होगी मतगणना
मुजफ्फरनगर जिले के तहत आने वाली मीरापुर विधानसभा सीट पर मतगणना कल होगी. ये मतगणना मुजफ्फरनगर की कृषि उत्पादन मंडी समिति में होगी. इसके तहत 17 टेबल पर 24 राउंड में मतगणना होगी. हर टेबिल पर चार-चार मतदान कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है.
इस दौरान सीसीटीवी से सभी गतिविधि पर भी पैनी नजर रखी जाएगी. मतगणना सुबह आठ बजे से शुरू हो जाएगी और इसको लेकर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. जिला निर्वाचन अधिकारी उमेश मिश्रा और एसएसपी अभिषेक सिंह ने मतगणना स्थल का जायजा लिया और जरूरी दिशा निर्देश दिए. एडीएम ई नरेन्द्र बहादुर ने बताया कि हमारी सभी तैयारियां पूरी हैं और सुबह अठ बजे से मतगणना शुरू हो जाएगी ये 24 राउंड में पूरी होगी.
सपा-RLD साख की जंग
मीरापुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में रालोद मुखिया और केन्द्रीय राज्यमंत्री जयंत चौधरी और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के दावों में कितना दम है, इसकी तस्वीर कल साफ हो जाएगी. मीरापुर सीट को जयंत चौधरी की प्रतिष्ठा से भी जोड़कर देखा जा रहा है.
साल 2022 विधानसभा चुनाव में सपा और आरएलडी में गठबंधन था, तब आरएलडी से चंदन चौहान एमएलए बने थे. लोकसभा चुनाव में वे बिजनौर से सांसद निर्वाचित हुए जिसके बाद यह सीट खाली हो गई. जयंत चौधरी को ये सीट जीतकर अपनी साख बचाना चाहते हैं. इस बार आरएलडी ने बीजेपी से गठबंधन किया है.
समाजवादी पार्टी ने भी मीरापुर की सीट जीतने के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगा रही है और सभी तरह से जयंत चौधरी के काट को परास्त करने में जुटी है. 2027 विधानसभा चुनाव से पहले अखिलेश यादव इस सीट को जीतकर पश्चिम में एक बड़ा संदेश देने चाहते हैं. रालोद बीजेपी प्रत्याशी मिथलेश पाल और सपा प्रत्याशी सुम्बुल राणा में कौन बाजी मारेगा, ये देखने वाली बात होगी.
ये प्रत्याशी भी देंगे कड़ी टक्कर
मीरापुर विधानसभा सीट पर सभी 11 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला कल होगा, लेकिन पांच मुख्य दलों के प्रत्याशियों पर सभी की नजरें टिकी हैं. आरएलडी और सपा के अलावा आजाद समाज पार्टी, एआईएमआईएम और बसपा के प्रत्याशियों ने भी पूर दमखम लगाया.
सांसद चन्द्रशेखर आजाद ने अपने प्रत्याशी जाहिद हुसैन के लिए कई बार मीरापुर के मैदान में पूरी ताकत झोंक दी. असद्दुदीन ओवैसी ने भी अपने प्रत्याशी अरशद राणा के लिए जोरशोर से प्रचार प्रसार किया, जहां उन्होंने एक बड़ी जनसभा में अपने शब्दभेदी बाणों से चुनाव के माहौल को अपने फेवर में करने की कोशिश की.
बसपा सुप्रीमो मायावती ने शाह नजर को मैदान में उतारा, लेकिन बसपा का कोई भी बड़ा नेता मैदान में नजर नहीं आया. यहां तक की खुद मायावती ने कोई रैली की और न ही रोड शो किया, लेकिन तीनों ही दलों के प्रत्याशियों ने दावों और प्रचार प्रसार से मुकाबले को रोचक बना दिया.
ककरौली रहा केंद्र बिंदु
मीरापुर उपुचनाव के लिए जिस दिन वोटिंग हुई, उस दिन ककरौली गांव पूरे दिन सियासत के केन्द्र बिंदु में रहा. कभी पथराव को लेकर तो कभी दरोगा के पिस्टल तानने को लेकर. सुबह से शाम तक ककरौली से कई खबरें आती रहीं. कभी मतदाताओं को मतदान करने से रोकने की भी खूब खबरें आई तो कभी एआईएमआईएम प्रत्याशी अरशद राणा के बेटे को हिरासत में लेने और उनसे पुलिस के उलझने की वीडियो भी खूब वायरल हुई. इन सारी घटनाओं का मीरापुर चुनाव पर कितना असर पड़ा, ये कल साफ हो जाएगा.
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