UP ByPolls 2024: उत्तर प्रदेश में 9 सीटों के उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी NDA के सहयोगी दल राष्ट्रीय लोकदल ने मीरापुर विधानसभा क्षेत्र के लिए प्रत्याशी का ऐलान कर दिया है. बीजेपी ने रालोद को मीरापुर सीट दी है. इस सीट से रालोद ने मिथलेश पाल पर भरोसा जताया है. मिथिलेश पाल, बीजेपी की नेता हैं. जयंत चौधरी के इस फैसले से रालोद के कई नेताओं को झटका लगा है. मिथिलेश पाल मोरना विधानसभा सीट से 2009 उपचुनाव में विधायक चुनी गईं थीं. तब वह रालोद में थीं. वहीं मीरापुर से सपा ने सुम्बुल राणा और बसपा ने शाहनजर को उम्मीदवार बनाया है.


2022 के चुनाव में चंदन चौहान ने इस सीट पर रालोद के टिकट पर जीत हासिल की थी. हालांकि उस वक्त रालोद का अलायंस सपा के साथ था. इस साल फरवरी में रालोद सपा संग नाता तोड़ एनडीए में शामिल हो गई. इसके बाद चंदन चौहान को बिजनौर से लोकसभा चुनाव में टिकट दिया गया. चुनाव में चंदन के जीत हासिल करने के बाद मीरापुर सीट खाली घोषित कर दी गई. 


मीरापुर सीट का समीकरण
मीरापुर विधानसभा सीट पर मुस्लिम मतदाताओं की संख्या अधिक है. यहां मुस्लिम मतदाता किसी भी प्रत्याशी की हार-जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है. यहां एक लाख से अधिक मुस्लिम मतदाता है, जबकि 50 हजार से अधिक अनुसूचित है. इसी तरह से जाट 24 हजार और गुर्जर 18 हजार हैं. को इन दोनों जातियों से 50 प्रतिशत मत मिले है. कहीं-कहीं अनुसूचित मतदाताओं का भी गठबंधन की तरफ झुकाव रहा है. ऐसे में यह जीत का मुख्य आधार बने है. शहरी क्षेत्र और ककरौली, भोकरहेड़ी बेल्ट में गठबंधन की जीत में मुख्य भूमिका निभाने में अग्रणी रहे है.


आपको बता दें कि 2022 के विधानसभा चुनाव में मुस्लिम मतदाताओं की बिखरने की खबर सामने आई थी. लेकिन चुनाव का रिज्लट में बिल्कुल इसके विपरीत परिणाम देखने को मिले. यहां बसपा से पूर्व विधायक मौलाना जमील, कांग्रेस से मोहम्मद सालिम कुरैसी भी मुस्लिम मतदाताओं को सेंधामारी करने में नाकाम हो गए थे. यह सपा और रालोद गठबंधन के प्रत्याशी चंदन चौहान ने जीत हासिल की थी. 


UP ByPolls 2024: गाजियाबाद और खैर सीट पर भी सपा ने उतारे उम्मीदवार, जानें- किसे मिला टिकट