मेरठ: भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता आज मेरठ के कलेक्ट्रेट पर अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं. उनका कहना है कि जबतक सरकार उनके गन्ने का समर्थन मूल्य तय नहीं करती और बकाया भुगतान के साथ बिजली के कटे कनेक्शन नहीं जोड़े जाते, तबतक ये धरना जारी रहेगा.



बिजली विभाग पर लगाए गंभीर आरोप


मेरठ के कलेक्ट्रेट पर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं. उनका कहना है कि सरकार उनके गन्ने का समर्थन मूल्य तय करें साथ ही उनका जो बकाया मूल्य है उसका तत्काल भुगतान कराए. इसके साथ ही उन्होंने बिजली विभाग पर भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा, "बिजली विभाग किसानों का कनेक्शन काट रही है, उस पर तत्काल रोक लगाई जाए क्योंकि किसानों का पैसा चीनी मिलों में फंसा है और बिजली का बिल भुगतान न होने पर उनके कनेक्शन काटे जा रहे हैं." उन्होंने आगे कहा, "सरकार उनका पैसा दिलाए इसके बाद वो बिजली के बिल का तत्काल भुगतान करेंगे."


सरकार के सामने रखी अपनी मांग


किसानों का कहना है कि मुख्यमंत्री जी ने उनके नेता राकेश टिकैत से कहा था कि पेराई सत्र शुरू होने से पहले वह गन्ने का समर्थन मूल्य घोषित कर देंगे लेकिन पेराई सत्र शुरू हो गया और अभी तक गन्ने का समर्थन मूल्य घोषित नहीं हुआ. साथ ही, जो किसानों का बकाया मूल्य चीनी मिलों में अभी पढ़ा है उसका भी भुगतान नहीं हुआ इसलिए किसान बेबस होकर धरना प्रदर्शन कर रहा है. उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगें सरकार नहीं सुनती तब तक वे अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे रहेंगे."