मेरठ, बलराम पांडे। मेरठ में सैकड़ों की तादाद में प्रवासी मजदूरों का पहुंचने का सिलसिला जारी है। ये मजदूर बिहार, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और उत्तराखंड के हैं। फिलहाल छत्तीसगढ़ के प्रवासी मजदूरों को भेजा जा रहा है वहीं बाकी राज्यों के मजदूरों को भेजने के अभी आदेश नहीं मिला है। आदेश मिलते ही उन्हें भी भेजा जायेगा। बस डिपो इंचार्ज प्रशासन की मजूरी मिलने के बाद बसों की व्यवस्था में जुटे हैं।


मेरठ के दिल्ली देहरादून हाई पर सैकड़ों की तादाद में मजदूर अपने गंतव्य तक जाने के लिए पहुंच रहे है । प्रशासन भी इन्हें इनके घरों तक भेजने में लगा हुआ है। प्रशासन का कहना है कि जिन राज्यों की परमिशन मिल रही हम उन राज्यों के श्रमिकों को भेज रहे हैं। ये मजदूर, बिहार, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और उत्तराखंड के हैं। सभी मजदूरों को खाना पानी देकर उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया जा रहा है और उसके बाद उन्हें बस में बिठाकर उन्हें उनके गंतव्य को भेजा जा रहा है। हमारा प्रयास है कि जल्द से जल्द सभी मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाया जाय इसके लिए हम प्रयास भी कर रहे हैं।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त आदेश के बाद मेरठ प्रशासन हरकत में आया और प्रवासी मजदूरों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने की कवायद तेज कर दी है। यही वजह है कि सभी मजदूरों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जा रहा है। उन्हें भोजन और पानी की व्यवस्था कराई जा रही है और उसके बाद सरकार के आदेश के अनुसार उन्हें उनके गंतव्य तक भेजा जा रहा है। क्योंकि प्रशासन जानता है कि अगर इन प्रवासी मजदूरों को जल्द ही उनके गंतव्य तक नहीं भेजा गया तो यहां हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर इकट्ठा हो जाएंगे जिसके बाद प्रशासन की मुसीबतें और बढ़ जाएंगी। यही वजह है कि प्रशासन प्रवासी मजदूरों को भेजने में जुट गया है और प्रयास कर रहा है कि जल्द से जल्द इन मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचा दिया जाये।