मेरठ की बेटी अग्निवीर निकिता की बीमारी से मौत, सैन्य सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार
Meerut News: निकिता की गोवा में ट्रेनिंग चल रही थी, इसी दौरान कुछ दिनों पहले उसे बुख़ार आया, जिसके बाद तबीयत बिगड़ती चली गई, जिसके बाद उसकी जान चली गई.
Meerut Agniveer: मेरठ की बेटी अग्नीवीर अंडर ट्रेनिंग ऑफिसर निकिता की बीमारी के चलते मृत्य हो गई. गोवा से जब पार्थिव शरीर घर पहुंचा तो कोहराम मच गया. हर आंख नम थी और बेटी की एक झलक पाने की बेताबी भी। नेवी और सेना के अफसरों ने सलामी दी और फिर नम आंखों से अंतिम दर्शन किए गए. निकिता का उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार कर दिया गया.
मेरठ के भावनपुर थाना इलाके के राली चौहान गांव के रहने वाले सुनीत चौहान की बेटी निकिता का सलेक्शन 2023 में अग्निवीर में नेवी में हो गया था. निकिता की गोवा में ट्रेनिंग चल रही थी. निकिता के परिवार ही नहीं बल्कि गांव वालों को भी निकिता की इस कामयाबी पर फक्र था, कि गांव की बेटी नेवी में गई है और ट्रेनिंग पूरी करके गांव का नाम रोशन करेंगी और साथ ही और बेटियों के लिए भी प्रेरणा बनेगी. अचानक से दुख भरी खबर आई और पूरे गांव में मातम पसर गया, जिसने भी सुना कि निकिता अब इस दुनिया में नहीं रही वही सहम उठा.
तिरंगे में लिपटकर पहुंचा पार्थिव शरीर
निकिता का पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटकर जब राली चौहान पहुंचा तो गांव ही नहीं आस पास के गांव के लोग भी उमड़ आए. हर आंख नम थी हर आंख में निकिता को खोने का दुख था. नेवी के सब लेफ्टिनेंट सौरभ द्विवेदी, नीरज कुमार के साथ-साथ मेरठ कैंट के अधिकारी भी पहुंचे थे और सलामी देने के बाद निकिता का अंतिम संस्कार कर दिया गया. परिवार वालों का रो रोकर बुरा हाल है.
बुखार के बाद बिगड़ गई थी तबीयत
बताया जा रहा है कि निकिता को हल्का बुखार आया था. फिर तबियत और बिगड़ती चली गई. निकिता को गोवा के ही सेना अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लेकिन, निकिता की हालत में सुधार होने के बजाय और तबियत बिगड़ गई. आखिरकार निकिता को बचाया नहीं जा सका और शनिवार को मृत्यु हो गई. निकिता का शव रविवार को मेरठ पहुंचा तो परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा.
शनिवार को निकिता के पिता गोवा जाने की तैयारी कर रहे थे. बेटी की तबियत ज्यादा खराब होने की सूचना मिली थी. लेकिन, फिर फोन आ गया कि निकिता अब इस दुनिया में नहीं रही. इस बात को सोचकर पिता बार बार बिलख रहे हैं कि बेटी से मिलने का सपना सपना बनकर ही रह गया. अग्निवीर में सेलेक्ट होने और ट्रेनिंग में जाने के दौरान निकिता के पिता ही नहीं पूरा परिवार बेहद खुश था, लेकिन सारे सपने मानों बिखर गए.
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