Meerut Crime News: मेरठ में एक बार फिर रिश्तों का कत्ल हो गया.महिला सुनीता का कातिल भी कोई और नहीं बल्कि वो छोटा भाई निकला. बहन की हत्या को आत्महत्या दर्शाने की कोशिश की गई. वहीं उसके घर से लूट भी की गई. लेकिन पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए आखिरकार हत्या के आरोपी मृतका के भाई को सीसीटीवी के मदद से गिरफ्तार कर लिया. 


दरअसल पूरा मामला मेरठ के ब्रह्मपुरी थाना इलाके के इंदिरा नगर गली नंबर दो में राधेश्याम मिश्रा अपनी पत्नी सुनीता के साथ रहते थे. 21 जून को वो रात में प्राइवेट हॉस्पिटल में ड्यूटी पर चले गए. उनके जाने के बाद सुनीता का भाई उपेंद्र मिश्रा घर पर आया. बहन ने भाई को देखकर दरवाजे खोल दिया. कुछ देर बाद कहासुनी हुई और वो मारपीट में बदल गई. उपेंद्र ने बहन सुनीता से सेफ की चाभी मांगी जो उसने नहीं दी. इसके बाद सुनीता के पति राधेश्याम की लाइसेंसी रिवाल्वर गोली मारकर हत्या कर डाली. 


आपसी कहासुनी के बाद भाई ने की बहन की हत्या
सुनीता की बेटी आशी की शादी विकास जाटव से कराने में उपेंद्र ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. इससे बहन सुनीता और बहनोई राधेश्याम मिश्रा बेहद गुस्से में थे. अभी कुछ दिन पहले उपेंद्र ने अपने जीजा राधेश्याम से कुछ पैसे मांगे थे, जो उन्होंने देने से इंकार कर दिया था. इसके बाद उपेंद्र ने हत्या और लूट की योजना बनाई. भांजी आशी से सेफ की चाबी के बारे में सूचना ली. 21 जून शुक्रवार रात को घर पहुंचा. यहां फिर बहन ने ताना दे दिया कि भांजी को घर से भगवा दिया. बात बढ़ने के बाद उपेंद्र ने अपनी बहन की हत्या कर दी.


सीसीटीवी से हुई उपेंद्र की पहचान
दिल्ली के मॉल में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने वाले उपेंद्र ने अपनी बहन सुनीता की रिवाल्वर से गोली मारकर हत्या की. उसने उल्टे हाथ की कनपटी पर गोली मारी जबकि हत्या के बाद सीधे हाथ में रिवाल्वर रख दी. पुलिस को यहीं से शक हो गया था कि मामले को आत्महत्या का रूप दिया गया है. सीधे हाथ में रिवाल्वर लेकर उल्टी कनपटी पर भला गोली कौन मारेगा. पुलिस ने सीसीटीवी खंगाली तो उपेंद्र उसमें कैद नजर आया और फिर सुल्तानपुर से उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पूरा राज उगल दिया.


क्या बोले एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह
मेरठ के एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह का कहना है कि शुरू से ही भाई उपेंद्र पर शक था. वो रात में क्यों निकला इसी ने बहुत कुछ कहानी बयां कर दी. एसपी सिटी का कहना है सुनीता के छोटे भाई उपेंद्र मिश्रा से बात की तो उसने राज उगल दिया, बोला बार बार भांजी के भागने का तना दिया जाता था, इसलिए मार दिया. पैसे की जरूरत भी थी. पुलिस ने लूटे गए आभूषण और नकदी भी बरामद एक की है. उपेंद्र के पास भी लाइसेंस रिवाल्वर है इसलिए पुलिस ने दोनों रिवाल्वर फोरेंसिक जांच के लिए भेजी है.


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