Meerut Building Collapse News: काश नफ्फो बीबी नगर निगम की बात मान लेती और पार्षद की बात को भी अनसुना न करती. काश दोनों की ही बात को हल्के में न लेती तो शायद 10 जिंदगी बच जाती और नफ्फो बीबी भी. लापरवाही भी बहुत हुई और हर चेतावनी को नजर अंदाज कर दिया गया. मेरठ की जाकिर कॉलोनी में तीन मंजिला मकान गिरने और उसमें दबकर हुई 10 लोगों की मौत के मामले में अब बड़ा खुलासा सामने आया है.
मेरठ में हुए इस मकान हादसे के बाद एक बड़ा खुलासा हुआ है और ये खुलासा किया है मेरठ नगर निगम के प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. हरपाल सिंह ने. इस घटना को लेकर बेहद दुखी नजर आ रहें हैं लेकिन कह रहें हैं कि काश हमारी बात मान ली जाती तो 10 जान न जातीं. डॉ. हरपाल सिंह ने खुलासा किया है कि नगर निगम की तरफ से छह महीने पहले नोटिस जारी किया गया था कि डेयरी शिफ्ट कर लें. ये भी चेतावनी दी गई थी कि मकान की हालत ठीक नहीं है जर्जर हालत में है और कभी भी हादसा हो सकता है, लेकिन उस नोटिस को नजर अंदाज कर दिया गया और उस चेतावनी को भी.
एक सप्ताह पहले फिर चेतावनी देने पहुंची थी टीम
मेरठ नगर निगम के प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. हरपाल सिंह ने ये भी खुलासा किया कि एक सप्ताह पहले भी नगर निगम की टीम मकान खाली करने के लिए कहकर आई थी कि बारिश पड़ रही है हादसा न जाए. डेयरी शिफ्ट कर लो, नफीसा उर्फ नफ्फो बीबी से भी बात करके कहा था मकान नीचे से कमजोर है और कोई हादसा हो सकता है, मान जाओ बीबी इसे खाली कर दो और डेयरी कहीं और शिफ्ट कर दो.
इस पर नगर निगम की टीम से कहा गया था कि बस एक दो दिन में खाली कर देंगे, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. डॉ. हरपाल सिंह ने बताया कि सबमर्सिबल पंप से पानी का ज्यादा दोहन किया जाता है और उसकी वजह से भी कई जर्जर मकान बुरी स्थिति में आ गए हैं और यहां भी यही हुआ है, क्योंकि नीचे डेयरी थी और उपर बकरी पालन चल रहा था जिसकी वजह से पानी दीवार और बीम में रिस रहा था.
पार्षद ने भी खूब समझाया किसी की समझ में नहीं आया
जाकिर कॉलोनी वार्ड-86 के अंतर्गत आती है और यहां के पार्षद हैं इकराम बालियान. प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. हरपाल सिंह ने बताया कि पार्षद भी गए थे समझाने लेकिन उनकी बात भी नहीं मानी गई. हमने जब पार्षद इकराम बालियान से बात की तो उन्होंने बताया कि मैं खुद कहने गया था कि मकान जर्जर है क्यों मौत को दावत दे रहे हो इसको खाली कर दो और सही करा लो. पार्षद ने बताया कि नफीसा बीबी ने कहा कि भैया जल्द मकान खाली करके सही करा दूंगी चिंता मत कर लेकिन वो कल कभी नहीं आई और आई तो काल बनकर आई और 10 जिंदगियां उसी जर्जर मकान में दफन हो गईं.
नगर निगम 850 डेरियों के खिलाफ फिर छेड़ेगा अभियान
मेरठ में हुए इस हादसे के बाद मेरठ नगर निगम और अलर्ट हो गया है और डेरियों के खिलाफ अभियान चलाने जा रहा है. प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. हरपाल सिंह का कहना है कि कई जगह जर्जर मकानों में अवैध रूप से डेरियां चल रहीं हैं. हम करीब 850 डेरियों को फिर नोटिस देने जा रहें हैं और सभी सफाई निरीक्षकों को आदेश दे दिया है कि सख्त एक्शन करें. उन्होंने कहा कि जर्जर मकानों के मामले में एक्शन तो एमडीए को करना है लेकिन हम लोग अब फिर से डेरियों के खिलाफ बड़ा अभियान शुरू करने जा रहें हैं और नहीं मानने पर भैंस भी जब्त करेंगे.
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