Lok Sabha Election 2024: आगामी चुनाव के बीच बसपा नेता दारा सिंह प्रजापति की अवैध कॉलीनी पर बुलडोजर की कार्रवाई को लेकर सियासत गरमा गई है. बसपा दारा सिंह का कहना है कि वो मुजफ्फरनगर सीट से बसपा के भावी प्रत्याशी है. इसलिए उन्हें चुनाव लड़ने से रोकने के लिए ये कार्रवाई की गई.
मेरठ विकास प्राधिकरण की कार्रवाई से आग बबूला हुए दारा सिंह ने बीजेपी पर हमला करते हुए चुनाव में हिसाब पूरा करने की चेतावनी दी. बसपा एक या दो दिन में मुजफ्फरनगर सीट से दारा सिंह चौहान को प्रत्याशी घोषित कर सकती है.
बुलडोजर एक्शन पर भड़के बसपा नेता
आरोप है कि दारा सिंह ने खुद को बसपा का भावी प्रत्याशी घोषित करते हुए कुछ पैंफलेट बांट दिए, जिसके बाद मेरठ विकास प्राधिकरण ने किला रोड पर उनकी निर्माणाधीन कॉलोनी पर बुलडोजर एक्शन ले लिया. प्रत्याशी घोषित होने से पहले हुए बुलडोजर एक्शन को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है.
कौन हैं दारा सिंह प्रजापति?
दारा सिंह प्रजापति कोलोनाइजर हैं. मूल रूप से पहाड़पुर छोटा मवाना के रहने वाले हैं और फिलहाल बक्सर में रहते हैं. पत्नी कमलेश और दो बेटे व दो बेटी हैं. 2006 तक समाजवादी पार्टी में थे. 2009 में मेरठ लोकसभा से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लडा लेकिन, हार गए. उसके बाद से बसपा में हैं.
दारा सिंह, राष्ट्रीय प्रजापति महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं. कुछ दिन पहले प्रजापति समाज को जितनी भागीदारी उसकी उतनी हिस्सेदारी को लेकर जंतर मंतर पर प्रदर्शन भी किया था.
इस मामले पर मेरठ विकास प्राधिकरण के प्रवर्तन दल प्रभारी अर्पित यादव ने कहा कि प्राधिकरण को शिकायत मिली थी कि पांच हजार वर्ग मीटर में बिना नक्शा पास कराए अवैध कॉलोनी बनाई जा रही है. मौके पर पहुंचे तो बाउंड्री वॉल बनाई जा रही थी और मिट्टी का भराव भी हो रहा था. जिसके बाद इसे गिरा दिया गया.
इससे पहले भी दारा सिंह प्रजापति की एक अवैध कॉलोनी मेडा के 8 बुलडोजर ने ध्वस्त कर दिए गए थे. दारा सिंह का कहना है कि अपने बड़े प्लॉट की बाउंड्री कराना और भराव कराना कोई गुनाह नहीं है. मेरा बसपा से टिकट फाइनल हो गया है मुझे ये एक्शन लिया गया,
बसपा नेता ने प्रशासन के इशारे पर उन्हें डराने की कोशिश करने का आरोप लगाया और कहा, मैं चुनाव जरूर लडूंगा चाहे कुछ भी हो जाए. प्रजापति समाज इतना कमजोर नहीं है लोकसभा चुनाव में हिसाब करेगा.