मेरठ, एजेंसी. उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ सोमवार को कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन किया. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन के दौरान डीजल-पेट्रोल के दामों में हुई बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग से संबंधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी को भी सौंपा.
ज्ञापन में कहा गया कि देश की अर्थव्यवस्था पिछले काफी समय से निम्न स्तर पर थी. कोविड-19 के कारण अर्थव्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी है. लोगों की नौकरियां चली गई हैं. अधिकतर लोग बेरोजगार हो गए हैं. लॉकडाउन में बाजार, उत्पादन सभी आर्थिक और व्यापारिक गतिविधियों बंद ही रहीं. सभी सेक्टर में मजदूरों के पलायन से उद्योग धंधे बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. ऐसे में कोविड-19 महामारी के संकट में पेट्रोल-डीजल की कीमतों के लगातार बढ़ाने ने आम लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं.
प्रदर्शन के दौरान जिला अध्यक्ष अवनीश काजला ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत न्यूनतम है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल को खजाना भरने का साधन बना लिया है. लोगो को जहां ऐसे समय घर का चूल्हा जलाने में दिक्कतें आ रही हैं, वहीं इन पदार्थों के मूल्य बढ़ने से लोगों का आर्थिक बोझ बढ़ता जा रहा है. बढ़ती कीमतों की वजह से जनता के मन में गुस्सा है.
काजला ने कहा कि डीजल के दाम बढ़ने से परिवहन और किसान प्रभावित हो रहे हैं. किसानों की आय दोगुना करने की बात कहने वाली भाजपा सरकार ने किसानों की लागत बढ़ाकर बड़ी समस्या खड़ी कर दी है. आम लोगों के साथ-साथ किसान, मध्यमवर्ग, व्यापारी, नौकरी करने वाले लोगों के सामने भी समस्या खड़ी हो गई है.
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