मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ में लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज से स्वास्थ्य सेवाओं के दावों की पोल खोलता एक और मामला सामने आया है. आरोप है कि ऑक्सीजन मास्क के अभाव में एक मरीज की मौत हो गई. जिसका वीडियो भी वायरल हो रहा है. वहीं, मामला हाईलाइट होने के बाद प्राचार्य ने इस मामले में आरोपी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है और मेडिकल में ऑक्सीजन मास्क की कमी की बात को चिकित्साधिकारी सिरे से खारिज कर रहे हैं.


डॉक्टरों ने ऑक्सीजन मास्क न होने की बात कही
दरअसल, मेरठ के प्रहलाद नगर निवासी विजय पुरी की हालत बिगड़ने के बाद उन्हें एक क्षेत्रीय नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था. ऑक्सीजन लेवल कम होने पर निजी नर्सिंग होम के डॉक्टरों ने विजय पुरी को मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया. देर रात परिजन मरीज को एंबुलेंस में लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंच गए. मरीज के परिजनों का आरोप है कि इमरजेंसी के बाहर एंबुलेंस में छोड़कर वो बातचीत के लिए इमरजेंसी में पहुंचे, इस दौरान वहां मौजूद डॉक्टरों ने ऑक्सीजन मास्क न होने की बात कही.


मरीज की मौत हो गई
मरीज की हालत लगातार बिगड़ती रही और ऑक्सीजन लेवल कम होने पर विजय पुरी की मौत हो गई. घटना के बाद मरीज के परिजनों ने मेडिकल कॉलेज में हंगामा करते हुए इस मामले में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई. जिसका वीडियो भी वायरल हो रहा है. मामले में मेरठ मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल का कहना है कि ऑक्सीजन मास्क की कोई कमी नहीं है और मामला उनके संज्ञान में आया है. जूनियर डॉक्टरों ने ऐसी बात कही है, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.



यह भी पढ़ें:



अयोध्या ने बहुत अपमान सहा, अब और नहीं, अगले साल 7.51 लाख दीपों से रोशन होगी राम नगरी: योगी आदित्यनाथ


अयोध्या: दीपोत्सव कार्यक्रम में सीएम योगी का संबोधन, बोले- पांच सदी का संकल्प पूरा होते हुए देख रही है देश और दुनिया