मेरठ में करंट लगने से सात पशुओं की हुई मौत, नाराज लोगों ने हंगामा करके सड़क पर लगाया जाम
UP News: मेरठ के लोहिया नगर में करंट की चपेट में आने से सात पशुओं की मौत हो गई. जिससे नाराज लोगों ने हंगामा करते हुए जाम लगा दिया. पुलिस ने मुआवजे की आश्वासन दिया तब जाकर मामला शांत हुआ.
Meerut News: मेरठ में बरसात का मौसम और उसमें बिजली विभाग की लापरवाही ने सात पशुओं की जान ले ली. इससे नाराज लोगों ने हंगामा कर दिया. लोगों में बिजली विभाग के खिलाफ बेहद गुस्सा देखने को मिला. लोगों के सामने ही उनके पशुओं की तड़प तड़प कर मौत हो गई और वो कुछ नहीं कर पाए. पीड़ित परिवार के आंसू नहीं थम रहे थे.
दरअसल यह पूरा मामला लोहिया नगर थाना इलाके के लोहिया नगर इलाके का है. यहां रहने वाले किसान अंकुर और सुरेंद्र, यशपाल डेयरी चलाते हैं. बारिश की वजह से कीचड़ हो रही थी और पानी भरा हुआ था. अचानक से खंभे से करंट उतर आया और उसकी चपेट में सात पशु आ गए. जिनमे चार भैंस, एक गाय, और तीन उनके कटड़े थे. सभी तड़पते रहे, और परिवार के लोग बेबस खड़े रहे, क्योंकि करंट काफी दूर तक फैला था तो किसी ने पास जाने की हिम्मत नहीं जुटाई. कुछ ही देर में सात पशुओं की करंट से तड़प तड़प कर मौत हो गई.
सात पशुओं की हुई मौत
लोहिया नगर इलाके में सात पशुओं की मौत को लेकर नाराजगी की आंधी वजह बिजली विभाग की लापरवाही थी. डेयरी संचालक अंकुर का आरोप है कि खंभे में करंट आने की शिकायत की गई थी. कई बार शिकायत करने पर कर्मचारी आए थे. तार ठीक किया था, लेकिन खानापूर्ति की गई थी इस काम में. तार फिर अचानक से टूट गया और खंभे में करंट उतर आया, जिसकी वजह से सात पशुओं की मौत हो गई.
नाराज लोगों ने हंगामा करके लगाया जाम
करंट लगने से हुई सात पशुओं की मौत से नाराज लोगों ने खूब हंगामा किया. बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. लोग इतने गुस्से मे थे कि जाम भी लगा दिया और सड़क पर ही धरना देकर बैठ गए. हंगामे और नारेबाजी का सिलसिला चलता रहा. आस पास से और लोग भी पहुंच गए और वो भी सड़क पर ही चल रहे धरने में शामिल हो गए. पुलिस समझाने पहुंची तो पुलिस के सामने भी नारेबाजी और हंगामा जारी रहा.
मुआवजे का आश्वासन मिलने पर शांत हुए लोग
जाम और हंगामे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई. अंकुर और परिवार के लोग रो रहे थे कि हमारे पशु मार दिए बिजली विभाग ने. लाखों का नुकसान हुआ है. इस लापरवाही पर एक्शन होना चाहिए और मुआवजा मिलना चाहिए. पुलिस अधिकारियों ने पीड़ित परिवार से वार्ता की और नियम के हिसाब से मुआवजा दिलवाने का आश्वासन दिया. तब जाकर हंगामा कर रहे लोग शांत हुए और जाम खोला.
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