UP News: मेरठ में आज शुक्रवार (9 अगस्त) को किसानों ने ट्रैक्टर तिरंगा मार्च निकालकर हुंकार भरी, किसानों की इस हुंकार का पश्चिमी यूपी में बड़ा असर देखने को मिला. हजारों की संख्या में किसान मेरठ कमिश्नरी पहुंचे और कमिश्नरी के चारों तरफ ट्रैक्टर खड़े करके कब्जा कर लिया. किसानों ने आर- पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया और कहा जब तक मांग पूरी नहीं होगी तब तक यहीं डटे रहेंगे और पीछे नहीं हटेंगे. किसानों का धरना रात में भी जारी है.


दोपहर में अचानक से मेरठ कमिश्नरी के पास ट्रैक्टरों की संख्या बढ़नी शुरू हो गई. चारों तरफ से किसान ट्रैक्टर लेकर कमिश्नरी पहुंचने लगे. देखते ही देखते सैकड़ों ट्रैक्टरों का काफिला कमिश्नरी पहुंच गया. किसानों ने चारों तरफ के रास्ते ब्लॉक कर दिए और पूरी तरीके से कमिश्नरी आने जाने वाले रास्तों पर डेरा डाल दिया. हर रास्ते पर किसानों एक कब्जा था और इसकी वजह से पुलिस को भी बैरिकेटिंग करके रास्ता रोकना पड़ा.


बाबा टिकैत अमर रहे के गूंजे नारे


ट्रैक्टर तिरंगा यात्रा लेकर मेरठ कमिश्नरी पहुंचे किसानों ने किसान एकता जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए. बाबा टिकैत अमर रहे के नारे भी खूब लगे. किसानों ने ट्रैक्टर खड़े करने के बाद मेरठ कॉलेज के सामने बड़ा पंडाल लगा दिया और वहां हुंकार भरनी शुरू कर दी. किसान नेता यहां सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे थे और आर पार की लड़ाई का ऐलान कर रहे थे. 


किसानों ने ट्रैक्टर तिरंगा यात्रा से दिखाई ताकत


किसानों ने ट्रैक्टर तिरंगा यात्रा के सहारे अपनी ताकत का अहसास कराया. एमएसपी गारंटी कानून, बिजली बिल विधेयक, सी टू प्लस 50 स्वामीनाथन रिपोर्ट, किसान आंदोलन में 750 किसानों की शहादत और परिवार को आर्थिक मदद और लखीमपुर खीरी के आरोपियों को कड़ी सजा शामिल है. इसी के साथ ही बाढ़ प्रभावित इलाकों में किसानों की बर्बाद हुई फसल का उचित मुआवजा, खसरा खतौनी के अंश गलत होने का मामला, बकाया गन्ना भुगतान, आवारा पशुओं की परेशानी, लखीमपुर खीरी, बिजनौर सहित कई जिलों में जंगली जानवरों से जनहानि पर उचित कदम उठाए जाने सहित कई मुद्दे शामिल हैं.


एसपी सिटी पुलिस फोर्स के साथ संभाले रहे मोर्चा


किसानों के इस आंदोलन को लेकर मेरठ कमिश्नरी के पास एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह मोर्चा संभाले रहे हैं. पीएसी, आरएएफ, कई थानों की फोर्स, कई सर्किल के सीओ के साथ एसपी सिटी ने मोर्चा संभाले रखा. वह लगातार किसान नेताओं से बातचीत करते रहे और धरना खत्म करने की अपील करते रहे. किसानों ने जो रास्ता जाम किया था उसे भी एसपी सिटी ने खुलवा दिया और जाम की परेशानी झेल रहे मेरठ के लोगों को राहत मिली. ट्रैक्टर सड़क के दोनों तरफ खड़े रहे और बीच से रास्ता चलता रहा.


भाकियू जिलाध्यक्ष ने अनिश्चिकालीन धरना किया शुरू 


संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर मेरठ समेत पश्चिमी यूपी में इस ट्रैक्टर तिरंगा यात्रा का बड़ा असर देखने को मिला. मेरठ कमिश्नरी पर भाकियू के बैनर तले किसानों ने चक्का जाम कर प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा. भाकियू के जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी ने कहा कि जब तक ठोस आश्वासन नहीं मिलेगा किसान घर नहीं जाएंगे और धरना जारी रहेगा. इस बार हक लेकर रहेंगे और तभी किसान घर जाएगा जब उनकी मांगे मानी जाएंगी. किसान मेरठ कॉलेज के सामने ही रात में भी धरना देखकर बैठे हैं और फोर्स भी मौजूद है.


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