मेरठ, एबीपी गंगा। मेरठ में दो दिन पहले हुई पांच साल के मासूम बच्चे की हत्या के मामले में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। आरोप है कि परतापुर थानाध्यक्ष तपेश्वर सागर ने हत्यारोपी को पैसे लेकर पूछताछ करके छोड़ दिया था। पुलिस पर रुपये लेकर आरोपी को छोड़ने का आरोप लगने के बाद मामले में थानाध्यक्ष की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है।



जब मासूम का शव मिला तो आनन-फानन में पुलिस ने आरोपी को दोबारा पूछताछ के लिए बुलाया। सख्ती करने पर आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया और बताया कि कुकर्म का विरोध करने पर बच्चे की हत्या की है। परिजनों को जब पता चला कि जिस आरोपी को पुलिस ने थाने से छोड़ दिया था, वहीं हत्यारा निकला तो परिजनों ने थाना परतापुर के बाहर हाईवे पर जाम लगा दिया और जमकर हंगामा किया।



वहीं, परिजनों का कहना है कि हत्यारे को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने थाना पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए। परिजनों का आरोप है कि थानाध्यक्ष ने आरोपी को पैसे लेकर छोड़ दिया था। उनका कहना है कि अगर आरोपी को नहीं छोड़ा जाता तो मासूम बच्चे का शव पहले ही मिल जाता और उसके शव को जानवर नहीं खाते। वहीं, मौके पर कई थानों की पुलिस पहुंची देर रात्रि परिजनों को समझाने में जुटी रही। परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमारा बच्चा मारा है, हमको यह कह रहे हैं 20,0000 रुपये ले लो और फैसला कर लो।