मेरठ. मेरठ में पांच साल की मासूम की कहानी हृदयविदारक है. बीती तारीख 17 सितंबर को मेरठ के एक होटल में बच्ची के पिता ने पत्नी की हत्या करने के बाद खुदकुशी कर ली थी.


मां की हत्या कर पिता ने भी कर ली खुदकुशी


यही नहीं, पिता ने मासूम को भी मारने का प्रयास किया था. लेकिन कहते हैं कि जाको राखे साइयां मार सके न कोय. बच्ची बच गई. लेकिन इस भरी दुनिया में पांच साल की बच्ची अनाथ हो गई है. आज की तारीख में इस बच्ची के लिए पुलिस ही माता पिता और पुलिस ही मसीहा है.


पांच साल की मासूम बच्ची रिया ने अभी बस तोतली जुबान में मम्मी पापा कहना सीखा ही था, कि उसके सिर से माता पिता का साया उठ गया. घटना के मुताबिक इस बच्ची के पिता ने पहले अपनी पत्नी की हत्या की और फिर खुद भी फांसी के फंदे पर झूल गया. पिता ने तो इस मासूम को भी मारने का प्रयास किया था लेकिन वह किसी तरह बच गई.


पुलिसकर्मी बने मसीहा


माता पिता की मौत को तीन दिन बीत गए लेकिन अभी तक इस बच्ची को कोई परिजन लेने नहीं आया. ऐसे में मेरठ के सदर बाज़ार के पुलिसकर्मी इस बच्ची के लिए मसीहा बने हुए हैं. मेरठ के सदर बाज़ार क्षेत्र के पुलिसकर्मी आजकल इस बच्ची के लिए माता पिता दोनों का फर्ज़ निभा रहे हैं.


मम्मी-पापा की मौत के बाद मेरठ के ज़िला अस्पताल में भर्ती रिया के लिए पुलिसकर्मी कभी खिलौने लेकर आते हैं तो कभी टॉफी और चॉकलेट. इस बच्ची के अपनों का पता नहीं लेकिन गैर उसका हाथ थामने को बेताब हैं.


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