UP Assembly Election 2022: विधानसभा चुनाव के बीच मेरठ में बीजेपी के नेताओं के से परेशान वन दारोगा ने भरी सभा में इस्तीफा दे दिया. वन दारोगा ने बीजेपी विधायक संगीत सोम और राज्यमंत्री दिनेश खटीक पर भी कई गंभीर आरोप लगाए. वन दरोगा ने यहां तक कह डाला कि बीजेपी वाले मेरा खून चूस रहे हैं और नौकरी देने के बजाय नौकरी ले रहे हैं. विधानसभा चुनाव के सियासी घमासान के बीच यह खबर मेरठ के हस्तिनापुर की है. इस खबर ने बीजेपी के कई बड़े नेताओं को कटघरे में खड़ा कर दिया है. एक वन दारोगा अजीत भड़ाना इतने परेशान हुए की इस्तीफा ही दे डाला.


दारोगा ने क्या लगाया आरोप
दरअसल, वन दरोगा अजीत भड़ाना बुलंदशहर में तैनात हैं. उनका आरोप है कि कभी उन्हें हस्तिनापुर से विधायक और राज्य मंत्री दिनेश खटीक और उनके लोग धमकाते हैं तो कभी विधायक संगीत सोम और उनके समर्थक धमकाते हैं. बीजेपी नेता अशोक कटारिया का भी फोन आया और पूछा कि वोट किसे दे रहे हैं तो सीधे कह डाला कि आपके विधायक धमका रहें हैं और वोट भी मांग रहे हैं. वन दरोगा अजीत भड़ाना का कहना है कि समाज के लिए इस्तीफा दे रहा हूं क्योंकि बहुत हो चुका.


इस्तीफा देते ही सपा ज्वाइन किए
वन दरोगा अजीत भड़ाना ने इस्तीफा देते ही सपा भी ज्वाइन कर ली और गठबंधन प्रत्याशी के पक्ष में वोट मांगने का इरादा भी बना लिया. वन दरोगा ने कहा, आपने ऑफिस इस्तीफा भेज दिया है और अब यहां पर भी सबके सामने इस्तीफा दे रहा हूं. बहरहाल, बात चाहे जो भी हो लेकिन इतना साफ है कि बीजेपी नेताओं के उत्पीड़न से परेशान होकर वन दरोगा का इस्तीफा देना एक मुद्दा भी बन सकता है. इसका कितना प्रभाव चुनाव पर पड़ेगा ये देखने वाली बात होगी.


ये भी पढ़ें:


UP Election 2022 : कौन हैं केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल? करहल से अखिलेश यादव के खिलाफ लड़ रहे हैं चुनाव


UP Election 2022: 'गोकुल जाट ने औरंगजेब के छक्के छुड़ाए लेकिन सपा ने सम्मान नहीं दिया', CM योगी का अखिलेश पर तंज