मेरठ, बलराम पांडेय: मेरठ कैंट ने एक बार फिर साफ सफाई में अपना लोहा मनवाया है. स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में मेरठ कैंट ने एक बार फिर साफ सफाई को लेकर बड़ी उपलब्धि हासिल की है. स्वच्छता सर्वेक्षण लीग के परिणामों में मेरठ कैंट ने देश की 62 छावनियों में तीसरा स्थान हासिल किया है. देश की 62 छावनियों में पहले नंबर पर जालंधर कैंट. दूसरे नंबर पर दिल्ली कैंट और तीसरे नंबर पर मेरठ कैंट का नाम आया है.


स्वच्छता सर्वेक्षण में मेरठ कैंट को मिले तीसरे स्थान से कैंट बोर्ड के सीईओ का कहना है कि इस उपलब्धि से सभी खुश हैं लेकिन अगले साल और बेहतर प्रदर्शन करके उनका लक्ष्य पहला स्थान हासिल करने को लेकर रहेगा. कैंट बोर्ड के सीईओ प्रसाद चव्हाण ने बताया कि कूड़े से खाद बनाने की प्रक्रिया. डोर-टू-डोर कूड़ा उठाना और प्लास्टिक से छावनी को मुक्त करने में सफलता हासिल हुई है. साल 2019 में मेरठ कैंट को देश की सभी छावनियों में दूसरा स्थान हासिल हुआ था. जबकि 2018 में मेरठ छावनी को देश की सभी छावनियों में 45वां स्थान हासिल हुआ था. इस बार मेरठ कैंट ने स्वच्छता सर्वेक्षण के स्टैंडर्ड को पूरा करने का प्रयास किया है.


खुले में शौच से मुक्ति जैसे तमाम बिन्दुओं पर भी कैंट क्षेत्र ने सराहनीय कार्य किया है. मेरठ कैंट क्षेत्र की कामयाबी का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि टॉप कैंट जालंधर से मेरठ मात्र 140 अंक पीछे रहा जबकि दूसरे नंहर की छावनी दिल्ली से मात्र 118 अंक ही पीछे रहा. कैंट बोर्ड के सीईओ का कहना है कि लगातार दूसरी बार टॉप थ्री में स्थान हासिल करना खुशी की बात है. उन्होंने कहा कि स्वच्छ छावनी में रहने वाली जनता को इसमें अपना और सहयोग देने को तैयार रहना चाहिए. उन्होंने इस उपलब्धि के लिए छावनी की जनता को बधाई दी है.


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