Meerut News: मेरठ के किठौर थाना क्षेत्र (Kithor police station) में अपनी मां से बिछड़े शावक को उसकी मां (मादा तेंदुआ) से मिलाने का प्रयास अभी भी जारी है. बीती रात आखिरकार शावक को गन्ने के खेत में छोड़ने के बाद उसकी मां उसके पास आई. आसपास घूमती रही, लेकिन मादा तेंदुए (leopard) ने शावक को अपनाया नहीं. माना जा रहा है कि इंसान की गंध शावक से आने के कारण शायद उसकी मां ने उसे अपनाया नहीं.
शावक से जुदा होने पर खूंखार हो जाती है मां
डीएफओ राजेश कुमार का कहना है कि शावक को गन्ने के खेत में छोड़ने के बाद शावक के आसपास तेंदुए की चहलकदमी तो रही, लेकिन रात में मादा तेंदुआ वहां से शावक को लेकर नहीं गई. उन्होंने बताया कि शावक अगर मां से जुदा हो जाता है तो उसकी मां खूंखार हो जाती है. इससे आबादी वाले क्षेत्र के लिए भी खतरा रहता है. इसलिए प्रयास में जुटे हैं कि मादा तेंदुआ शावक को अपने साथ ले जाए. फिलहाल शावक वन विभाग की देखरेख में है. उसे भूख लगने पर वनकर्मी उसे दूध भी पिला रहे हैं.
इस वजह से नहीं ले जा रही अपने साथ
डीएफओ ने बताया कि एक बार फिर से आज शावक को उसकी मां के साथ मिलाने का प्रयास किया जाएगा. अगर सफलता नहीं मिलती है तो शावक को चिड़ियाघर में भेज दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि, अक्सर शावक अगर ग्रामीणों के हाथ लग जाता है तो मनुष्य की गंध शावक में शामिल हो जाने के बाद मादा तेंदुआ शावक को नहीं अपनाती है. इस मामले में भी कुछ ऐसा ही प्रतीत होता दिखाई दे रहा है. फिलहाल वन विभाग की टीम इस प्रयास में है कि शावक को उसकी मां किसी भी तरह से अपने साथ ले जाए लेकिन अगर नहीं ले जा पाती है तो मजबूरन शावक को चिड़ियाघर में भेजना पड़ेगा.