UP News: सिक्किम में 23 दिसंबर को सड़क दुर्घटना में शहीद हुए लांस नायक लोकेश कुमार (Lance Naik Lokesh Kumar) का पार्थिव शरीर मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) के उनके गांव यूसुफपुर पहुंचा. हजारों लोगों की भीड़ शहर से गांव तक शहीद की अंतिम यात्रा में शामिल हुई. शहर से 16 किलोमीटर दूर गांव तक लोगों ने पुष्प वर्षा कर शहीद लोकेश को अंतिम विदाई दी. पार्थिव शरीर गांव पहुंचने पर सेना के अधिकारियों और जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया. केंद्रीय मंत्री और राज्य मंत्री समेत स्थानीय विधायक भी अंतिम दर्शन को पहुंचे. पिता उदयवीर ने अपने बेटे लोकेश को नम आंखों से विदाई दी. इस दौरान उन्होंने कहा कि उन्हें अपने बेटे पर गर्व है.
गांव की पगडंडी पर दौड़ लगाकर देश सेवा के लिए सेना में शामिल हुए मुज़फ्फरनगर के लाल लोकेश वीर गति को प्राप्त हो गए हैं. थाना भोपा के गांव युसुफपुर के किसान उदयवीर के बेटे लोकेश कुमार खेल कोटे से नवंबर 2012 में सेना में भर्ती हुए थे. लोकेश कुमार पिछले साल ही 25 ग्रेनेडियर में लांस नायक के पद पर तैनात हुए थे. लोकेश की आखिरी बार 22 दिसंबर की रात को घर पर बात हुई थी और अगले दिन किसी मिशन के लिए पहाड़ पर जाने की बात कही थी. जब लोकेश अपने साथियों के साथ सेना के ट्रक में सवार होकर जा रहे थे तब ट्रक खाई में गिर गई थी. इस घटना में 16 जवान शहीद हो गए थे जिसमें लोकेश भी शामिल थे. इसकी सूचना मिलते ही लोकेश के परिवार में कोहराम मच गया.
मंत्री संजीव बालियान, कपिल देव ने किए अंतिम दर्शन
दुर्घटना के तीन दिन बाद लोकेश का पार्थिव शरीर जैसे ही गांव में पहुंचा तो वहां शोक की लहर दौड़ गई. लोकेश के पार्थिव शरीर के घर पहुंचते ही परिवार में हाहाकार मच गया. परिवार के लोगों ने अंतिम दर्शन कर लोकेश को विदाई दी. लोकेश के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार उनके खेत पर किया गया. केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, राज्य मंत्री कपिल देव, अग्रवाल क्षेत्रीय विधायक चंदन चौहान और डीएम-एसएसपी समेत सभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.
ये भी पढ़ें -
Kannauj: बीजेपी नेता अरुण शाक्य के परिवार से मिले डिप्टी CM केपी मौर्य, हत्यारे को सपा का बताया