मेरठ: उत्तर प्रदेश में लव जिहाद के मामले लगातार बढ़ रहे थे. यही वजह है कि प्रदेश सरकार ने लव जिहाद के खिलाफ कड़े कानून को कैबिनेट में मंजूरी दी. लेकिन, इस कानून को लव जिहाद के पीड़ित किस नजर से देखते हैं ये जानने के लिए एबीपी गंगा की टीम मेरठ के कंकरखेडा थानाक्षेत्र में रहने वाले एक पीड़ित परिवार के घर पहुंची. लव जिहाद के कानून को लेकर पीड़ित परिवार का क्या कहा पढ़ें हमारी इस खास रिपोर्ट में.


सीएम योगी को कहा धन्यवाद
मेरठ के पीड़ित परिवार का कहना है कि उनकी बच्ची के साथ हैवानियत की गई है. अधिकारियों और थाने के चक्कर लगाने के बाद आखिरकार पीड़ित परिवार को उनकी बच्ची मिल गई. पीड़ित परिवार से एबीपी गंगा की टीम ने बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद कहा. परिवार ने कहा कि ऐसे कानून की सख्त जरूरत थी जिससे इस तरह के काम करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा मिले. साथ ही इस परिवार ने बताया कि कैसे वो 5 महीनों तक अधिकारियों और थाने के चक्कर लगाते रहे.


गलत करने वालों के मन में भय होना चाहिए
एबीपी गंगा से खास बातचीत में पीड़ित परिजनों ने बताया कि उन्होंने लव जिहाद के चक्कर में कितना दुख झेला, कितनी प्रताड़ना सही इसे बता पाना आसान नहीं है. परिवार के लोगों ने कहा कि अब जब सरकार कानून लेकर आई है तो गरीबों और असहाय लोगों को ये उम्मीद हो गई कि सरकार उनके लिए भी सोचती है, उनके लिए भी कुछ करना चाहती है. ऐसे कृत्य करने वालों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए जिससे उनके मन में भय हो.


पीड़ितों को मिलेगा न्याय
एबीपी गंगा की टीम ने उस संगठन हिन्दू जागरण मंच से भी बात की जो पिछले कई वर्षों से मेरठ में लव जिहाद के खिलाफ कार्य कर रहा है. ये संगठन उन परिवारों की मदद करता है जो लव जिहाद से पीड़ित हैं. संगठन के मेरठ महानगर अध्यक्ष सचिन सिरोही ने बातचीत के दौरान बताया मुख्यमंत्री जी का ये कदम बेहद सराहनीय है. इस कानून के आ जाने के बाद लव जिहाद जैसे कृत्य करने वालों के दिल और दिमाग में कानून का खौफ पैदा होगा. जो पीड़ित आज न्याय की गुहार लगा रहे हैं, उन्हें न्याय मिलेगा. ये कानून हिंदू समाज के लिए एक बहुत बड़ी संजीवनी है इसके लिए मोदी और योगी की जितनी सराहना की जाए वो कम है.



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