Meerut News: 'बुलडोजर नहीं सेना के टैंक से इलाज करें सीएम योगी', देवबंद मदरसे को लेकर बोले यति नरसिंहानंद
Darul Uloom Deoband Fatwa Controversy: जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने एक बार फिर तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने फतवे पर सीएम योगी से कार्रवाई करने की मांग की है.
UP News: जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज (Mahamandaleshwar Yati Narsinghanand Giri Maharaj) अक्सर अपनी विवादित टिप्पणी की वजह से सुर्खियों में रहते हैं. इस बार फिर से उन्होंन एक ऐसा ही बयान दिया है. मेरठ में उन्होंने दारुल उलूम देवबंद की तरफ से गजवा-ए-हिंद का महिमामंडन करने वाले फतवे पर तीखी प्रतिक्रिया दी. यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बुलडोजर की बजाय सेना के टैंक से इलाज करने की मांग कर डाली. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी ऐसा सख्त एक्शन लें कि गजवा ए हिंद शब्द इस्लाम की डिक्शनरी से निकल जाए. उन्होंने मुख्यमंत्री योगी के लिए परीक्षा की घड़ी बताया.
महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी की मांग
यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री एक्शन लेने में नाकाम साबित हुए तो हिंदुओं के बुरे दिन आनेवाले हैं. उन्होंने साफ साफ देवबंद मदरसे पर बुलडोजर के बजाय टैंक से इलाज करने की मांग की. बता दें कि दारुल उलूम देवबंद की वेबसाइट से गजवा-ए-हिन्द को मान्यता देने वाले फतवे पर घमासान छिड़ गया है. राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग सहारनपुर प्रशासन को खत लिखकर कार्रवाई के लिए निर्देशित किया है.
दारुल उलूम देवबंद के फतवे पर घमासान
एनसीपीसीआर फतवे को किशोर न्याय अधिनियम की धारा 75 का उल्लंघन मानता है. जिलाधिकारी दिनेश चंद्र सिंह ने एनसीपीसीआर से निर्देश मिलने के बाद मामले की जांच का जिम्मा देवबंद सीओ और एसडीएम को सौंपा है. महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा से कुछ नहीं होगा. आगामी लोकसभा चुनाव के बाद बीजेपी की केंद्र में सरकार बनेगी. उन्होंने आगे कहा कि उनकी नजर 2024 नहीं बल्कि 2029 और 2034 पर है. महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज हिंदूवादी नेता सचिन सिरोही के आवास पर पहुंचे थे.