मेरठ: राजनेताओं की सदबुद्धी के लिए हुआ महायज्ञ, हाथरस की घटना पर हुई सियासत से खफा नज़र आईं महिलाएं
महिलाओं का कहना था कि अगर हाथरस में राजनेताओं की फौज पहुंची थी. तो फिर ऐसे ही अपराधों के मामले में दूसरे ज़िलों या फिर राज्यों में क्यों नहीं पहुंचे.
मेरठ: मेरठ के कमिश्रनरी पार्क में अनूठा महायज्ञ हुआ. यहां सैकड़ों की संख्या में इकट्ठा हुई महिलाओं ने हवन पूजन किया और गंदी राजनीति करने वाले राजनीतिज्ञों को सदबुद्धि देने की कामना की. इस महायज्ञ में सैकड़ों की संख्या में महिलाओं के साथ पुरुषों ने भी शिरकत की. मंत्रोच्चारण के साथ बाकायदा एक सौ आठ कुंडीय हवन किया गया. मेरठ के कमिश्रनरी पार्क पर सिर्फ स्वाहा स्वाहा के स्वर गूंज रहे थे.
ख़ासतौर से महिलाएं हाथरस में हुए कांड को लेकर हो रही गंदी सियासत से दुखी नज़र आईं. महिलाओं का कहना था कि अगर हाथरस में राजनेताओं की फौज पहुंची थी. तो फिर ऐसे ही अपराधों के मामले में दूसरे ज़िलों या फिर राज्यों में क्यों नहीं पहुंचे.
महिलाएं बार-बार यही सवाल पूछती नज़र आईं कि ये दोहरा चरित्र क्यों. महिलाओं ने कहा कि आखिर राजनेता बलरामपुर या फिर राजस्थान में हुए अपराध को लेकर क्यों मौन थे. महिलाओं ने कहा कि बेटी तो बेटी होती है फिर चाहे वो बलरामपुर की हो, हाथरस की हो या फिर राजस्थान की. कहा गया कि राजनेता सिर्फ अपनी वोट की राजनीति को चमकाने के लिए एक विशेष स्थान पर जाकर झूठी हमदर्दी दिखाते हैं.
बाकयदा पोस्टर बैनर भी लगाए गए थे, जिसमें लिखा हुआ था रेप पीड़िताओं के साथ भेदभाव करने वालों को ईश्वर सदबुद्धि दे. हवन की शुरुआत राष्ट्रगान से की गई फिर एक सौ आठ हवन कुंड बनाकर परमात्मा से प्रार्थना की गई. हवन के आयोजनकर्ताओं ने कहा कि हिन्दुओं में जातिगत द्वेष फैलाकर जाति को महत्वपूर्ण बताकर जातिगत घृणा पैदा करने की कोशिश की जा रही है.
लोगों ने कहा कि अगर राजनेताओं को पीड़िता के न्याय की चिंता होती तो ये बलरामपुर और राजस्थान भी जाते, लेकिन इन्हें चिंता केवल वोट की है, चुनाव की है, पीड़िता की नहीं. हाथरस कांड को लेकर कहा गया कि पीड़िता के गवाह और आरोपी के नार्को टेस्ट ज़रूर कराए जाने चाहिए.