Meerut News: मेरठ नगर निगम हमेशा ही किसी ना किसी बात को लेकर सुर्खियों में रहता है, इस बार भी मामला बड़ा है. क्योंकि प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर हरपाल सिंह के लापता होने के पोस्टर लगा दिए गए हैं. ये पोस्टर उनके कार्यालय और नगर निगम की कई दीवारों पर लगे हैं. ये पोस्टर सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रहे हैं. 


मेरठ नगर निगम में डॉक्टर हरपाल सिंह प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी हैं. शनिवार को उनके दफ्तर में खाली पड़ी कुर्सी पर फरार का पोस्टर चिपका दिया गया. जहां उनकी नेम प्लेट है वहां लापता का पोस्टर चस्पा किया गया. उनके ऑफिस के बाहर और कई अन्य जगह भी लापता और फरार के पोस्टर लगा दिए गए. ये पोस्टर लगाए हैं नगर निगम वार्ड 31 से पार्षद और कार्यकारिणी सदस्य कीर्ति घोपला और वार्ड आठ से पार्षद भूपेंद्र पाल ने. मेरठ नगर निगम में कई जगह इस तरह से पोस्टर लगाकर पार्षदों ने गुस्सा जाहिर किया.


जनसमस्याओं को लेकर पार्षद नाराज
मेरठ नगर निगम वार्ड 31 से पार्षद और कार्यकारिणी सदस्य कुलदीप उर्फ कीर्ति घोपला और वार्ड आठ पार्षद भूपेंद्र पाल से बात की तो उन्होंने आरोप लगाया कि बीवीजी कंपनी बड़ा घपला कर रही है. वार्डों में कूड़े के ढेर लगे हैं और दावा किया जा रहा है कि डोर टू डोर कूड़ा उठ रहा है. इस बारे में कई बार डॉक्टर हरपाल सिंह से शिकायत की गई, लेकिन कार्रवाई के बजाय बीवीजी कंपनी को संरक्षण देकर भ्रष्टाचार कर रहे हैं. पार्षद ने चेतावनी दी है कि पूरा गांव और आसपास के लोग ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर नगर निगम घेरेंगे जब शायद उनकी नींद टूट जाए.


फोन उठाने को तैयार नहीं प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी
पार्षद कीर्ति घोपला का आरोप है कि प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर हरपाल फोन नहीं उठाते हैं. अपने ऑफिस में नहीं मिलते हैं. काफी कोशिशों के बावजूद ऑफिस में मिलने के लिए बुलाया, घंटों इंतजार किया लेकिन ऑफिस में आए ही नहीं. हर समस्या को कहते हैं लिखकर दे दो, जबकि मौखिक भी तो कहने पर समाधान हो सकता है. लेकिन लापरवाही का आलम ये है कि पार्षदों की सुनने को तैयार नहीं हैं, इसी से गुस्से में हूं. जब नहीं मिलते तो फिर लापता के पोस्टर लगा दिए शायद कोई ढूंढ लाए.


प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी बोले आरोप झूठे
पार्षद कीर्ति घोपला के आरोपों पर जब हमने नगर निगम के प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर हरपाल सिंह से बात की तो उन्होंने कहा कि आरोप झूठे हैं, सभी के फोन उठाया हूं और मिलता भी हूं. जिन पार्षद ने पोस्टर लगाए हैं उनकी कई समस्याओं का समाधान कर चुका हूं, पता नहीं फिर भी ऐसा क्यों किया. 


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