Meerut News: मेरठ नगर निगम लाखों रुपये खर्च करके एकबार फिर नगर में प्लास्टिक डस्टबिन लगाने जा रहा हैं. इस बार नीले और हरे रंग के अलावा मेडिकल वेस्ट के लिए काले रंग का डस्टबिन भी नगर निगम लगा रहा है. इससे पहले भी नगर निगम  (Meerut Municipal Corporation) नीले और हरे डस्टबिन लगा चुका है. 3 वर्ष पूर्व तो स्टील के डस्टबिन लगाए गए थे लेकिन अधिकतर डस्टबिन चोरी हो गए. निगम ने साल 2018 में जगह-जगह हरे और नीले रंग के 1500 डस्टबिन लगाए गए थे. लगाने के बाद ही डस्टबिन या तो गायब हो गए या जल गए. इससे निगम के खजाने को 60 लाख रुपए का नुकसान हुआ. 


2019 में भी चोरी हुए थे
स्वच्छता सर्वेक्षण-2019  (cleanliness survey) में सफलता के लिए निगम प्रशासन ने शहर के सड़क और प्रमुख स्थानों पर डयूल स्टील के 500 से अधिक डस्टबिन सेट लगवाए थे, जिनकी सुंदरता की तारीफ भी हुई, लेकिन स्टील डस्टबिन पर चोरों की नजर लग गई और अधिकतर जगह से डस्टबिन चोरी हो गए. इसपर भी निगम का 35 लाख रुपए से अधिक खर्च हुआ था.


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2021 में भी चोरी हुए थे
स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 में नगर निगम प्रशासन ने एक बार फिर शहर के कुछ प्रमुख स्थानों पर प्लास्टिक डस्टबिन लगाना शुरू किया था. इसके लिए सुरक्षित स्थानों का चयन कर डस्टबिन लगाए गए थे. इसके तहत फरवरी-मार्च में 5200 रुपए के हिसाब से शहर के प्रमुख बाजारों, चौराहों के आसपास 95 डस्टबिन लगवाए थे. लेकिन, स्वच्छता सर्वेक्षण का काम पूरा होने के कुछ दिन बाद ही डस्टबिन गायब हो गए. 


काले रंग का डस्टबिन किसलिए
लाखों का नुकसान उठाने के बावजूद एक बार फिर से नगर निगम शहर में सभी प्रमुख बाजार, पार्क, सार्वजनिक स्थलों पर प्लास्टिक डस्टबिन लगाने जा रहा है. लेकिन, इस बार नीले हरे के साथ तीसरा काले रंग का डस्टबिन भी लगाया जा रहा है. इस काले रंग के डस्टबिन में केवल मेडिकल वेस्ट, सुई, मास्क आदि को एकत्र किया जाएगा. हालांकि इनकी सुरक्षा के लिए निगम ने स्थान का चयन विचार करके किया है लेकिन ये कबतक सुरक्षित रहेंगे यह देखना है.


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