UP News: विद्युत विभाग के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर ने रोकी रैपिड रेल की रफ्तार, दो लाख की रिश्वत लेते गिरफ्तार
मेरठ में विद्युत विभाग का अधिकारी रैपिड रेल प्रोजेक्ट के ठेकेदार से रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार हुआ है. विजिलेंस विभाग की टीम ने अधिकारी को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र के ड्रीम प्रोजेक्ट रैपिड रेल की योजना विद्युत विभाग के एक अधिकारी के भ्रष्टाचार के चलते तीन महीने लेट हो गई. दरअसल, विद्युत विभाग का अधिकारी काम कर रहे ठेकेदार को शटडाउन देने में आनाकानी कर रहा था. अधिकारी ठेकेदार से रिश्वत की मांग कर रहा था. ठेकेदार और अधिकारी के बीच 12 लाख में डील तय हो गई. ठेकेदार ने इसकी शिकायत विजिलेंस विभाग से की. ठेकेदार की शिकायत पर विजिलेंस की टीम ने सुपरिटेंडेंट इंजीनियर को दो लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. आरोपी के खिलाफ सिविल लाइन थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है.
गाजियाबाद से मेरठ तक निर्माणाधीन रैपिड रेल प्रोजेक्ट पर काम करने का ठेका गाजियाबाद के इंदिरापुरम निवासी कुलदीप साहनी के पास है. कुलदीप के मुताबिक, अकेले शताब्दी नगर का ही 19 करोड़ का ठेका है. कुलदीप साहनी ने बताया कि शताब्दी नगर में लगभग पूरा काम हो चुका है, लेकिन तीन महीने पहले क्षेत्र में ट्रांसफर होकर आए विद्युत विभाग के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर देवेंद्र पचोरिया ने परेशान करना शुरू कर दिया.
कुलदीप साहनी ने दावा किया कि कर्मचारियों के लाख कहने के बावजूद क्षेत्र में शटडाउन नहीं दिया जाता. जिसके चलते कर्मचारियों का काम अटका रहता था. इसी कारण रैपिड रेल प्रोजेक्ट भी लगातार लेट हो रहा था. कुलदीप का आरोप है कि इसी बीच सुपरिटेंडेंट इंजीनियर देवेंद्र पचोरिया ने उन्हें कॉल करके मिलने के लिए बुलाया. जहां उनसे 12 लाख की रिश्वत की डिमांड की गई.
विजिलेंस विभाग ने रंगे हाथ पकड़ा
कुलदीप के मुताबिक, उन्होंने पूरे मामले की शिकायत विजिलेंस विभाग में की. जिसके बाद योजना के तहत गुरुवार को कुलदीप रिश्वत की पहली किस्त के रूप में दो लाख की रकम लेकर विक्टोरिया पार्क स्थित विद्युत विभाग के कार्यालय में सुपरिटेंडेंट इंजीनियर देवेंद्र पचोरिया से मिलने पहुंचे. वहां, पहले से मौजूद विजिलेंस विभाग के सीओ दीपक त्यागी और इंस्पेक्टर रेणुका चौधरी की टीम ने इंजीनियर देवेंद्र पचोरिया को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. विजिलेंस की टीम आनन-फानन में आरोपी सुपरिटेंडेंट इंजीनियर को लेकर सिविल लाइन थाने पहुंची. ठेकेदार की तहरीर पर सुपरिटेंडेंट इंजीनियर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.
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