Meerut News: उत्तर प्रदेश स्थित मेरठ में फैली एक अफवाह के चलते बड़ी घटना हो सकती थी. मेरठ में मंगलवार रात अफवाह फैलाकर पीएसी के वाहन और जवानों को निशाना बनाया गया उन्हें पीटा गया. पीएसी की गाड़ी में तोड़फोड की गई और वाहन में लोगों ने आग लगाने की कोशिश की. पीएसी के जवानों ने जाकिर कॉलोनी पुलिस चौकी में घुसकर जान बचाई. दरअसल, सोशल मीडिया पर पीएसी के जवान को गाड़ी से खींचने और पुलिस चौकी में जान बचाकर छिपे पीएसी के जवानों को खींचने के लिए लिए गई भीड़ का वीडियो वायरल हो रहा है. वर्दी में होने के बावजूद पीएसी के जवानों पर भीड़ का हमला बोलना एक साजिश की तरफ इशारा कर रहा है.


अफवाह के बाद घटी घटना
दरअसल, मंगलवार को खरखौदा के नरहाडा गांव के रहने वाले जावेद अपनी पत्नी अफशरा और बेटे के साथ लौट रहे थे. तभी इम्लियान के पास पीछे से आ रहे किसी वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी. अफवाह फैलाई गई कि पीएसी वाहन से कुचलकर कई लोगों की मौत हो गई है.


ये अफवाह आग की तरह फैल गई और पीएसी के वाहन को जाकिर कॉलोनी के पास लोगों ने घेर लिया और पीएसी के जवानों से मारपीट शुरू कर दी. पीएसी के जवान लिसाड़ी गेट थाना इलाके की जाकिर कॉलोनी पुलिस चौकी में जान बचाने को घुस गए तो भीड़ उन्हें वहां से भी खींचने पहुंच गई.


पीएसी के एक जवान को वाहन से खींचने का प्रयास किया गया और उसके साथ मारपीट भी हुई. पुलिस चौकी में घुसे पीएसी के जवानों की जान जैसे-तैसे बची, जबकि पीएसी वाहन में बाहर फंसे पीएसी जवान की भी किस्मत से जान बची. मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में ले लिया और बड़े एक्शन की तैयारी कर ोली गई है. कई लोगों को वीडियो फुटेज से देखकर भी पहचाना जा रहा है.


बेकाबू भीड़ का शिकार हुए पीएसी जवान
पुलिस इस मामले की जांच कर रही है कि आखिर वर्दी दिखने के बावजूद कैसे इन लोगों की पुलिसकर्मियों से मारपीट करने और थाने से घेरने की हिम्मत हो गई. एसपी सिटी विनीत भटनागर का कहना है कि अफवाह फैलाने वालों और हमला करने वालों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी.


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