Meerut Nagar Nigam News: मेरठ नगर निगम ने दो दिन पहले जो सड़क बनाई थी, वो सड़क इतनी कमजोर या यूं कहें कि भ्रष्टाचार की सड़क बना डाली, जिसमें स्कूली बस का पहिया धंस गया और बस एक तरफ को झुक गई और पलटने वाली थी, इससे स्कूली बच्चों में चीख पुकार मच गई. शुक्र रहा कि बस पलटने से बाल-बाल बच गई. अगर बस पलट जाती तो बड़ा हादसा हो सकता था. इस घटना को लेकर साकेत के लोगों में भारी गुस्सा है.
स्कूल से लौटते वक्त सड़क में धंस गया पहियां, रोने लगे बच्चे
मामला मेरठ शहर के पॉश इलाके साकेत का है. .यहां पिछले कई सालों से टूटी सड़क की वजह से व्यापारी परेशान थे, बड़े आंदोलन के बाद सड़क दो दिन पहले ही बनाई गई थी. सेंट पेट्रिक्स एकेडमी की स्कूली बस छुट्टी के बाद वापिस बच्चों को लेकर लौट रही थी. साकेत में रोहताश स्वीट्स के सामने बस जैसे ही आगे बढ़ी वैसे ही धडाम की आवाज हुई और सड़क धंक गई. बस का पहिया सड़क में पूरा समां गया और बस एक तरफ को झुकती चली गई. बस में 35 से ज्यादा स्कूली बच्चे सवार थे. बच्चे रोने लगे और चीख पुकार मच गई.
दुकानदार और स्थानीय लोगों ने स्कूली बच्चों को बचाया
चूंकि बस कभी भी पलट सकती थी, क्योंकि बस का आगे का पहिया जमीन में धंस गया था. इससे बच्चे घबरा गए. आसपास के लोग और दुकानदार मदद के लिए मौके की तरफ दौड़े. कुछ स्कूली बच्चे बड़े थे उन्हें हाथ पकड़कर उतारा गया, जबकि छोटे बच्चे रो और बिलख रहे थे और उन्हें गोदी में लेकर उतारा गया. कई बच्चे बस से बाहर आने के बाद भी रोते रहे. कुछ बच्चे सहम कर एक तरफ बैठ गए. जैसे-तैसे एक-एक करके बच्चों को बाहर निकाला गया और फिर काफी मशक्कत के बाद बस को बाहर निकाला गया और बस फिर रवाना हुई.
नगर निगम के भ्रष्टाचार की कहानी से उठा पर्दा
मेरठ नगर निगम पर अक्सर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहते हैं और इस बार भी भ्रष्टाचार की एक और कहानी सामने आ गई. साकेत में जिस सड़क पर स्कूली बस धंसी वो सड़क दो दिन पहले ही बनाई गई थी. यानि नगर निगम ने ठेकेदार को भ्रष्टाचार की खुली छूट दे डाली. सड़क का धंसना ही सच्चाई को उजागर कर रहा है. दूसरी कहानी भी देखिए. सड़क बना दी गई, लेकिन उसे नीचे से गुजर रही जल निगम की पाइप लाइन को सड़क निर्माण से पहले सही ही नहीं कराया गया. अब सड़क बन गई तो फिर जेसीबी बुलाकर सड़क के काफी बड़े हिस्से को उखाडा जा रहा है और पाइप लाइन सही कराई जा रही है. सवाल उठ रहा है कि सड़क बनाते वक्त नगर निगम के अफसर कहां सो रहे थे जो सड़क बनने के बाद फिर सड़क तोड़कर पाइप लाइन ठीक कराई जा रही है.
लोगों में नगर निगम को लेकर गुस्सा, बोले- जनता का पैसा लुटा रहे हैं
मेरठ के साकेत की गिनती पॉश इलाकों में होती है...टूटी सड़क से लोग हर रोज गुजर रहे थे. सड़क बनवाने के लिए बड़ा संघर्ष करना पड़ा. अब सड़क बनाई तो ऐसी बना डाली कि स्कूली बस का वजन नहीं झेल पाई और बड़ा हादसा होने से बच गया. यहां के व्यापारी राजा, विकास और कमल का कहना है कि नगर निगम में कोई सुनने वाला नहीं है. अब बताइए भष्टाचार की हद हो गई. पहले सड़क बनाई और पानी की लीक पाइप लाइन सही नहीं कराई, अब सड़क बनी और फिर तोड़ी जा रही है, जनता के पैसे को ही तो बर्बाद किया जा रहा है. अगर किसी बच्चे को कुछ हो जाता तो कौन जिम्मेदार होता. हम पहुंचे तो बच्चे रो रहे थे.