मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में मवाना थाने की पुलिस ने मंगलवार देर रात दो शराब तस्करों को गिरफ्तार किया तो एक बड़ा खुलासा हुआ. शराब तस्करों से बरामद हुए ईएनए यानी शराब बनाने के केमिकल के ड्रम हापुड़ की एक पुलिस चौकी से खरीदे गए थे. ड्रम बेचने वाला कोई और नहीं बल्कि चौकी का ही एक दारोगा था. मामले का पता चलने के बाद मेरठ पुलिस की तरफ से दी गई रिपोर्ट के बाद दारोगा को निलंबित कर दिया गया है.
तस्करों ने किया सनसनीखेज खुलासा
दरअसल, मेरठ जिले की मवाना पुलिस ने देर रात जंगहेड़ी के जंगल में महिंद्रा पिकअप वैन में सवार दो शराब तस्करों को गिरफ्तार किया. इस दौरान आरोपियों के कुछ साथी मौके से फरार हो गए. पूछताछ के दौरान हापुड़ निवासी आरोपी इरफान और आसिफ राणा ने सनसनीखेज खुलासा किया. दोनों शराब तस्करों ने बताया कि उनसे बरामद 8 ड्रम ईएनए उन्होंने हापुड़ की यूपीएसआईडीसी के दारोगा बृजेश यादव से खरीदे थे. ये खुलासा होने के बाद मेरठ पुलिस के होश उड़ गए.
दारोगा ने ही कर दिया खेल
मेरठ पुलिस ने हापुड़ के अधिकारियों को मामले की जानकारी दी. जांच के दौरान पता चला कि शराब बनाने के केमिकल से भरे ये ड्रम लगभग दो साल पहले हापुड़ पुलिस ने बरामद किए थे. जिसके बाद इन्हें हापुड़ में यूपीएसआईडीसी की निगरानी में रखा गया था. मगर दारोगा बृजेश ने शराब तस्करों से सांठगांठ करके इनमें से 8 ड्रम शराब तस्करों को ही बेच डाले. मामले की जानकारी मिलने के बाद हापुड़ के एसएसपी ने दारोगा बृजेश को सस्पेंड कर दिया है. मेरठ के एसपी देहात केशव मिश्रा ने भी मामले में जांच की बात कही है.
ये भी पढ़ें: