मेरठ, बलराम पांडेय: मेरठ में कोरोना के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं. इसी को लेकर जिले में थर्ड पार्टी ऑडिट करने आई डॉक्टरों की टीम और नोडल अधिकारी टी वेंकटेश ने पुलिस नोडल अधिकारी IG लक्ष्मी सिंह समेत स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों के साथ गहन बैठक की. जिसमें संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों और किस जगह पर चूक हुई, इसपर चर्चा हुई. वहीं, शहर में बढ़ते आंकड़ों को कैसे रोका जाए इसके लिए अधिकारियों से सुझाव भी मांगे गए.



दरअसल, मेरठ के बिगड़ते हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ के लिए टीम गठित कर थर्ड पार्टी ऑडिट के आदेश दिए. वहीं, नोडल अधिकारी बनाए गए सीनियर आईएएस टी वेंकटेश को भी तत्काल लखनऊ से मेरठ हेलीकॉप्टर से भेजा गया. मेरठ पहुंचते ही इनकी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ तीन घंटे की मैराथन मीटिंग हुई. जिमें स्थिति का जायजा लिया गया. अधिकारियों ने अपनी-अपनी राय रखी और बताया कि कैसे स्थित को बेहतर किया जा सकता है.



टी वेंकटेश ने बताया कि उन्होंने सिर्फ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ सोमवार को कई अहम बिंदुओं पर गहन चर्चा की है और यह जानने का भी प्रयास किया कि हमसे कहां चूक हुई है, जिसकी वजह से संक्रमण के आंकड़ों में इतनी तेजी आई है. साथ, अधिकारियों से यह भी सुझाव लिए गए कि इन बढ़ते आकड़ों को रोकने के लिए किस तरीके से काम किया जाए. फिलहाल टी वेंकटेश का कहना है कि सभी स्थितियों का आकलन किया जा रहा है, कहां चूक हुई है, उसकी भरपाई कैसे होगी, इन सभी बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा हुई है और आगे की रणनीति भी तय कर ली गई है. उसी तय रणनीति के आधार पर आगे काम किया जाएगा. हॉटस्पॉट से लेकर सभी व्यवस्थाओं का जायजा लिया जाएगा और जहां भी गैप मिलेगा, उसकी भरपाई की जाएगी.


गौरतलब है कि मेरठ में कोविड-19 के मामले बढ़कर 245 हो गए हैं। इनमें 66 मरीज ठीक होकर घर भेजे जा चुके हैं। जबकि 14 मरीजों की इलाज के दौरान मौत हो गई।


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