Meerut News: मेरठ के सदर थाना बाजार क्षेत्र में वेस्टर्न कचहरी रोड पर 210 बी में रहने वाले बिल्डर राजीव सिंघल के घर हुई चोरी मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है जबकि दो अन्य की तलाश की जा रही है. पुलिस के मुताबिक चोरी से पहले कोठियों में रंगाई-पुताई का काम करने वाले युवक ने उनके घर की रेकी और जब घर खाली हुआ तो उसने अपने दो साथियों का इसकी सूचना दे दी थी.

  


खबर के मुताबिक राजीव सिंघल 27 सितंबर को वृंदावन दर्शन के लिए गए थे. उनका बेटा ही घर पर था. इस बीच बेटा भी किसी काम से आधे घंटे के लिए घर से कहीं चला गया. लेकिन जब वो वापस लौटा तो घर में रखा 12 लाख कैश और 30 लाख से ज्यादा के हीरे, सोने, चांदी के जेवर चोरी हो गए थे. जिसके बाद हड़कंप मच गया. 


पुलिस को ऐसे मिला चोरी का सुराग
जांच के दौरान पुलिस को सीसीटीवी फुटेज मिली जिसमें दो चोर दिखाई दिए. इनमें एक चोर गेट फांदकर घर में दाखिल हो गया और बाइक चला रहा चोर घर से कुछ दूरी पर खड़ा हो गया, इसके बाद दोनों आराम से चोरी कर भाग निकले. मेरठ पुलिस के लिए ये ब्लाइंड केस था. क्योंकि ने अपने चेहरे दंगे थे. इसके बाद पुलिस ने लोकल इंटेलिजेंस को लगाया और आसपास लगे तमाम सीसीटीवी खंगाले. 


इस बीच एक कैमरे की फुटेज में पीछे बैठे बदमाश के मुंह से कपड़ा गिर गया. बस यहीं से पुलिस के क्लू मिला. जब उस आरोपी की पहचान कराई गई तो पता चला कि उसका नाम सबील है. जिसके बाद पुलिस उसे ट्रेस करने में जुट गई. इधर सबील ने पूरा प्लान बनाया था. उसने अपना फोन बंद कर दिया, और मेरठ से देहरादून चला गया. इसके बाद पता चला कि वो चंडीगढ़ है. 


कई दिनों से थी बिल्डर के घर पर नजर
जब सबील को लगा कि मामला शांत हो गया है तो फिर से मेरठ आ गया, बस उसने यहीं गलती कर दी और वो पुलिस के जाल में फंस गया. पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो उसने अपने दूसरे साथी शोएब का नाम भी बता दिया, जिसके साथ उसने चोरी की इस वारदात को अंजाम दिया था. लेकिन पुलिस को अब भी कहानी थोड़ी अधूरी सी लग रही थी. लेकिन, सबील मुंह खोलने को तैयार नहीं था. 


पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो उसने तीसरे शख़्स का नाम भी उगल दिया. पता चला कि इस घटना में तीसरा आरोपी सुहेल भी शामिल था. सुहेल इस इलाके में पुताई करने का काम करता है. उसके पास हर घर का चिट्ठा था कि कब कौन घर से कहां जाता है. बिल्डर राजीव सिंघल के घर पर उसकी पैनी नजर थी. क्योंकि उसे पता था कि अगर यहां चोरी हुई तो उनके वारे-न्यारे हो जाएंगे.


इधर जैसे ही सिंघल परिवार वृंदावन गया तो सुहेल ने अपने साथियों को अलर्ट कर दिया और जब बिल्डर का बेटा भी घर का ताला लगाकर कहीं बाहर गया तो सुहेल ने सबील को फोन कर बता दिया. पुलिस ने इस पूरे मामले का खुलासा कर दिया है. चोरी किया हुआ सारा माल बरामद कर लिया है. मेरठ के एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि सबील और शोएब ने चोरी की थी और पुताई करने वाले सुहेल ने रेकी कर दोनों को बुलाया और बाद में तीनों ने मिलकर पैसे बांट लिए थे.  


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