Meerut News: मेरठ में लूट की वारदात को अंजाम दिया, उसके बाद छिपने के लिए कनार्टक को चुना, लेकिन पुलिस के लंबे हाथ इस लुटेरे तक पहुंच ही गए. इस लुटेरे ने एक गलती कर दी और वही गलती से ये पकड़ा गया. पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर लेकर मेरठ पहुंच गई है और पूछताछ में बड़ी बात भी निकलकर आ गई. हालांकि इस लुटेरे को पकड़ने के लिए पुलिस को तीन महीने से ज्यादा का वक्त लग गया.


मामला मेरठ के पल्लवपुरम थाना इलाके के दुल्हैडा रजवाहे के पास बाइक लूट का है. आरोप है कि इरफान ने अपने तीन और साथियों के साथ मिलकर गंगानगर थाना इलाके की वर्धमान कॉलोनी के रहने वाले ललित कुमार से लूट की थी. इसके बाद बदमाश हथियार लहराते हुए फरार हो गए थे.


पुलिस ने एक आरोपी इमरान को गिरफ्तार कर बाइक और हेलमेट बरामद कर लिया था. इमरान ने पूछताछ में इरफान और आबाद सहित एक अन्य का नाम बताया था. पुलिस ने इरफान पर 25 हजार रूपये का इनाम घोषित कर दिया था. लूट करने के अगले ही दिन इरफान कर्नाटक चला गया था और तभी से वहीं था.


फोन कॉल से पुलिस को मिला क्लू
बाइक लूट की वारदात को अंजाम देने वाले इरफान पर इनाम की राशि बढ़कर 25 हजार हो चुकी थी. पुलिस को उसकी कोई लोकेशन ही नहीं मिल रही थी, क्योंकि इरफान ने अपने मोबाइल फोन से सिम बाहर निकाल दिया था और दूसरा सिम चालू कर लिया था. कर्नाटक में इरफान के एक रिश्तेदार रहते हैं और उन्होंने सैलून पर इरफान की नौकरी लगवा दी. 


इरफान ने अपने दूसरे नंबर से अपने रिश्ते की बहन को फोन किया और उसने घर पर बात कराई. पुलिस को शक था कि इरफान इन लोगों के सहारे घर पर बात करता है और सर्विलांस टीम ने नंबर सर्विलांस पर ले रखा था. आखिरकार इरफान पुलिस के जाल में फंस गया और उसकी लोकेशन कर्नाटक मिलती रही.


आईजी से परमिशन लेकर कर्नाटक पहुंची थी मेरठ पुलिस
पुलिस का शक यकीन में बदल गया था. इरफान कर्नाटक के शिवमोगा जिले के थाना दोदोपेटी क्षेत्र में सैलून चला रहा था. पूरी पुष्टि होने के बाद मेरठ पुलिस ने आईजी नचिकेता झा से परमिशन ली और एक टीम कर्नाटक के लिए रवाना कर दी गई. पुलिस ने वहां पूरा जाल बिछाया और आखिरकार इरफान मेरठ पुलिस के हत्थे चढ़ गया. 


पुलिस इरफान को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर मेरठ पहुंची और जब उससे पूछताछ की गई कि वो कर्नाटक क्यों गया, तो उसने बताया कि मेरे रिश्तेदार ने मदद की और वहां हिंदी भी बोली जाती है, इसलिए मुझे ज्यादा दिक्कत नहीं आई. हालांकि इरफान ने अपने रिश्तेदार को बाइक लूट की जानकारी नहीं दी थी.


एसपी सिटी बोले- पुलिस का बड़ा गुडवर्क है
पल्लवपुरम थाना इलाके में बाइक लूट की वारदात में तीन आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर थे. आखिरकार 25 हजार का इनामी इरफान हत्थे चढ़ गया. मेरठ के एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह का कहना है कि ये पुलिस का बड़ा गुडवर्क है. 17 सितंबर को वारदात को अंजाम देने के बाद अगले ही दिन इरफान कर्नाटक के लिए रवाना हो गया था और मोबाइल बंद कर लिया था. इसलिए उसको गिरफ्तार करने में करीब तीन महीने का वक्त लगा. एसपी सिटी ने कहा कि बाकी दो आरोपी भी जल्द सलाखों के पीछे होंगे.


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