मेरठ, एबीपी गंगा। पिछले काफी समय से यूपी सहित देश के तमाम राज्यों की पुलिस का सिरदर्द बने अंतरराष्ट्रीय मोबाइल और लैपटॉप लुटेरों के गिरोह का खुलासा करते हुए पुलिस ने सरगना सहित सात शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है। एडीजी प्रशांत कुमार ने पुलिस लाइन में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया कि आरोपी देश के तमाम राज्यों से मोबाइल लूटकर उन्हें विदेशों में सप्लाई करते थे। आरोपियों के कब्जे से एक करोड़ से अधिक की कीमत के लूट के मोबाइल और लैपटॉप सहित भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए हैं।


एडीजी प्रशांत कुमार और एसएसपी अजय साहनी ने संयुक्त रूप से पत्रकार वार्ता करते हुए लुटेरों के इस गिरोह का सनसनीखेज खुलासा किया। एडीजी ने बताया कि कंकरखेड़ा पुलिस और सर्विलांस सेल ने संयुक्त प्रयास करते हुए गिरोह के साथ शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है। गिरोह का सरगना शरद गोस्वामी है। जिसके साथ इरफान, अमरीश, अमित गोस्वामी, अभिषेक, शलभ और आलिब को भी गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के कब्जे से देश के विभिन्न राज्यों से लूटे गए 280 मोबाइल, 6 लैपटॉप, एक टेबलेट, हथियार और कारतूस व दो कार बरामद की गई है। बरामद मोबाइल और लैपटॉप की कीमत करोड़ों में है। एडीजी ने बताया कि लुटेरों का यह गिरोह काफी बड़ा है। पूरे देश में इस गिरोह के लगभग 100 से अधिक सदस्य काम कर रहे हैं। जिनमें से 13 बदमाशों को चिन्हित कर सात को गिरफ्तार कर लिया गया है।


एसएसपी ने बताया कि बदमाशों का यह गिरोह उत्तर प्रदेश, हरियाणा, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और देश के अन्य राज्यों में मोबाइल और लैपटॉप लूट की घटनाओं को अंजाम देता था। इसके बाद गिरोह के सदस्य लूटे गए मोबाइल या लैपटॉप की फोटो गिरोह के सरगना शरद गोस्वामी को व्हाट्सएप करते थे। शरद इन फोटो पर लूट के माल की कीमत डालकर उन्हें आगे खरीदारों को फॉरवर्ड कर देता था। लूट के मोबाइलों की खेप सौ सौ की संख्या में तैयार की जाती थी। इसके बाद उसके बंडल बनाकर इसे अन्य राज्यों या विदेशों में सप्लाई कर दिया जाता था।


एसएसपी ने बताया कि बदमाशों का यह गिरोह नेपाल, चाइना और दुबई सहित कई अन्य देशों में लूट और चोरी के मोबाइल व लैपटॉप ठिकाने लगाता था। इस पूरे मामले में पुलिस विभाग के भी कई लोग शामिल रहे हैं। एडीजी ने बताया कि लुटेरों का यह गिरोह अब तक करोड़ों की संपत्ति अर्जित कर चुका है। उत्तर प्रदेश में पहली बार चोरी और लूट के मोबाइल व लैपटॉप की इतनी बड़ी रिकवरी हुई है। अधिकारी फिलहाल गिरोह के अन्य सदस्यों तक पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं।