Meerut News: पुलिस की मजबूत पैरवी ने मेरठ में अपराधियों को सजा दिलाने में रिकॉर्ड बनाया है. इसी का नतीजा है कि यूपी में अपराधियों को सजा दिलाने में मेरठ नंबर बना है. इस आंकड़े ने मेरठ पुलिस की न सिर्फ हौसला अफजाई करने का काम किया है, बल्कि अपराधियों की भी नींद उड़ा डाली है. हर तरफ इसी बात की चर्चा चल रही है कि मेरठ पुलिस ने वाकई कमाल करके दिखा दिया और प्रदेश में पहले नंबर का तमगा हासिल कर लिया है.
यूपी में अपराधियों के खिलाफ पुलिस सख्त एक्शन में है. ऑपरेशन कनविक्शन के तहत अपराधियों को सजा दिलाने में पुलिस रात दिन एक कर रही है. ऑपरेशन कनविक्शन के तहत अपराधियों को सजा दिलाने की मामलों की यूपी स्तर पर अक्टूबर माह की समीक्षा की गई. यूपी के 75 जिलों का आंकड़ा जुटाया गया तो मेरठ पुलिस नंबर वन निकली. मेरठ में 201 मुकदमों में पुलिस ने मजबूत पैरवी की, जिसका ये नतीजा सामने आया कि 234 अपराधियों को सजा मिली. इसमें वो अपराधी भी शामिल हैं, जिन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई गई.
अपराधियों को सजा दिलाने में पुलिस ने झोंकी ताकत
23 मई 2008 को मेरठ के गुदडी बाजार में हुआ तिहरा हत्याकांड के बारे में जो भी सुनता है, उसकी रूह कांप जाती है. 22 साल के पुनीत गिरी, 27 साल के सुनील ढाका और 23 साल के सुधीर उज्ज्वल की मेरठ के गुदड़ी बाजार में बेरहमी से हत्या कर दी गई थी और तीनों के शव बागपत के बालैनी थाना इलाके की हिंडन नदी के पास कार से बरामद हुए थे. गुदड़ी बाजार के रहने वाले हाजी इजलाल ने अपने भाईयों और साथियों के साथ हत्याकांड को अंजाम दिया था.
इनमें 14 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया. करीब 16 साल बाद हाजी इजलाल समेत 10 आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई. वहीं 10 जुलाई 2017 को मेरठ के ही कोतवाली थाना इलाके की कसाईयों वाली मस्जिद के पास पार्षद आरिफ और उसके साथी शादाब की गोलियों से भूनकर हत्या के मामले में भी सजा सुनाई गई. सात सात बाद अदालत ने शारिक गिरोह के सात लोगों को उम्रकैद की सजा सुनाई. ये दोनों ही मामले सुर्खियों में थे. इसी के साथ ही कई अन्य मामलों में भी सजा सुनाई गई है.
पश्चिमी यूपी का बिजनौर चौथे और सहारनपुर 13 वें नंबर पर रहा
ऑपरेशन कनविक्शन के तहत जो आंकड़ा जारी हुआ है. उसमें मेरठ का पहला स्थान और बाराबंकी का दूसरा स्थान है, जबकि पश्चिमी यूपी का बिजनौर चौथे, सहारनपुर 13वें और मुजफ्फरनगर 18वें नंबर पर आया है. बिजनौर की बात करें तो वहां 111 मुकदमों में 143, सहारनपुर में 93, और मुजफ्फरनगर में 85 अपराधियों को सजा दिलाई गई है. इसी के साथ ही बुलंदशहर का 28वां और बागपत को 33वां स्थान मिला है. मेरठ की चर्चा हर तरफ की जा रही है क्योंकि मेरठ यूपी में नबर वन आया है.
यूपी में अपराधियों को सजा दिलाने में मेरठ को नंबर वन स्थान मिलने पर एसएसपी डा. विपिन ताडा का कहना है कि ऑपरेशन कनविक्शन के तहत जो अक्टूबर माह के आंकड़े जारी किए गए, उसमें 234 अपराधियों को सजा दिलाई गई और मेरठ को प्रथम स्थान मिला है. उनका कहना है कि गंभीर अपराध और गंभीर अपराधियों के खिलाफ पुलिस की मजबूत पैरवी ने सख्त सजा दिलाई. इस कदम से न केवल अपराध की कमर टूटेगी बल्कि शांति व्यवस्था भी कायम होगी. ये एक स्वागत योग्य बात है. एसएसपी डा. विपिन ताडा ने कहा कि पुलिस की ये सख्ती जारी रहेगी और अपराध और अपराधियों की कमर तोड़ने का अभियान जारी रहेगा.
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