मेरठ. मेरठ पुलिस ने असम की रहने वाली एक नाबालिग बच्ची को रेस्क्यू किया है. इस बच्ची को दिल्ली से 25 हजार रुपये में खऱीदा गया था और उसे मेरठ में जिस्मफरोशी के धंधे में लगा दिया गया. एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने इस सनसनीखेज़ मामले में एक आरोपी महिला को गिरफ्तार किया है. साथ ही पुलिस की टीम दिल्ली भी भेजी गई है ताकि इस पूरे रैकेट का पर्दाफाश किया जा सके. मेरठ के एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि नाबालिग बच्ची के परिजनों को बुलाया गया है, ताकि उन्हें मासूम को सुपुर्द किया जा सके.


एंटी ह्युमन टैफिकिंग यूनिट ने दिया ऑपरेश को अंजाम


अब तक मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी महिला इस किशोरी को खरीदकर यहां लाती है और देह व्यापार कराने की जुगत में जुट जाती है. रेस्क्यू ऑपरेशन और एएचटीयू यानि एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने मिलकर किशोरी को बरामद कर लिया है. अब मेरठ पुलिस दिल्ली में जाकर ये पता कर रही है कि दिल्ली में किशोरी को कहां रखा गया था? गिरफ्तार महिला के फोन कॉल डिटेल खंगाली जा रही है.


छानबीन के लिए एसएसपी ने विशेष निर्देश दिए हैं. मिशन रेस्क्यू ऑपरेशन के राजेंद्र सिंह और उनकी टीम को सूचना मिली कि मेरठ के लिसाड़ी गेट लक्खीपुरा निवासी शकीला ह्यूमन ट्रैफिकिंग और देह व्यापार के धंधे में लगी है.


महिला किसी किशोरी को दिल्ली से पांच दिन पहले मेरठ लेकर आई है. एनजीओ के सदस्य ने ही फोन पर शकीला से संपर्क किया. शकीला ने किशोरी के बदले में 35 सौ रुपये मांगे. शकीला ने सोमवार को तीन बार मिलने की जगह बदली.


इस तरह पकड़ में आई महिला


एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के साथ मिलकर एनजीओ सदस्यों ने आरोपी महिला को पकड़ने के लिए योजना बनाई. जैसे ही आरोपी महिला ने सेंट्रल मार्केट में मिलने के लिए शाम का समय तय किया तो वहां घेराबंदी कर दी गई, और किशोरी को लेकर शकीला जैसे ही आई, उसे पकड़ लिया गया.


हालांकि पुलिस का दावा है कि आरोपी महिला को गिरफ्तार कर बच्ची को सही सलामत बरामद कर लिया गया है. वहीं, पुलिस इस बात की छानबीन कर रही है कि इस गिरोह में और कौन-कौन लोग शामिल हैं अब तक कितनी बच्चियों की खरीद-फरोख्त हो चुकी है ताकि इस पूरे गिरोह का पर्दाफाश कर सभी आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया जा सके.


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