UP News: 'बंदर और चिड़िया से हो रहे फॉल्ट', पश्चिमी यूपी में बिजली कटौती पर PVVNL एमडी का अजीबोगरीब बयान
UP News: पीवीवीएनएल के तहत आने वाले 14 जिलों में कई घंटों की अघोषित बिजली कटौती से हाहाकार मचा है. पिछले 10 दिनों से स्थिति ज्यादा भयावह हो रही है. कई घंटों की अघोषित बिजली कटौती से लोग परेशान हैं.
PVVNL MD on Power Cut: पश्चिमी यूपी के 14 जिलों में हो रही भीषण कटौती पर पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (PVVNL) की एमडी चैत्रा वी ने अजीबोगरीब बयान दिया है. उनका कहना है कि चिड़िया और बंदर की वजह से फॉल्ट हो रही है. उन्होंने कहा कि चिड़िया और बंदर बिजली तारों पर बैठकर छेड़छाड़ कर देते हैं. इसलिए फॉल्ट को ठीक करने में दिक्कतें आती हैं. चैत्रा वी ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में डबल ग्रुपिंग का प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है. उन्होंने कहा कि पिछले साल के मुकाबले भीषण गर्मी में ट्रांसफार्मर 1.3 फीसद कम स्वाहा हो रहे हैं. पीवीवीएनएल के तहत मेरठ, बागपत, शामली, बुलंदशहर, हापुड़, मुरादाबाद, रामपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, सहारनपुर सहित 14 जिले आते हैं. एमडी आईएएस चैत्रा वी का हेडक्वार्टर मेरठ में है.
भीषण गर्मी के बीच बिजली कटौती से मचा हाहाकार
पीवीवीएनएल के तहत आने वाले 14 जिलों में कई घंटों की अघोषित बिजली कटौती से हाहाकार मचा है. पिछले 10 दिनों से स्थिति ज्यादा भयावह हो रही है. लोगों का गुस्सा भीषण गर्मी में बिजली विभाग पर है. शहर और देहात के इलाकों में तीन से चार घंटे की बिजली कटौती ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी है. गर्मी के मौसम में हमेशा की तरह बिजली की डिमांड भी डेढ़ गुना ज्यादा हो गई है. अकेले मेरठ में 250 केवीए और 25 केवीए के 6115 ट्रांसफार्मर हैं.
उमस को मात देने के लिए हाथ का पंखा बना सहारा
आम दिनों में बिजली की खपत करीब 300 से 350 मेगावाट प्रतिदिन है. वर्तमान में डिमांड बढ़कर 1000 मेगावाट हो गई है. भीषण गर्मी में ट्रांसफार्मर जलने की भी घटना सामने आ रही है. सिस्टम कमजोर होने के कारण बिजली की व्यवस्था गड़बड़ा गई है. बिजली की आंख मिचौली से फ्रिज का पानी भी ठंडा नहीं हो रहा है. गर्मी को मात देने के लिए लोगों का सहारा हाथ का पंखा बन गया है. शिकायतों को दूर करने के लिए अलग-अलग टीम का गठन कर दिया गया है.
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