UP News: मेरठ (Meerut) में निकाय चुनाव (Nikay Chunav) में आरएलडी के दावे ने सपा खेमे में टेंशन बढ़ा दी है. यहां टेंशन इसलिए भी बढ़ी हुई है क्योंकि 16 निकायों की 8 सीटों पर आरएलडी (RLD) ने मजबूत दावा ठोका है. मेरठ में मेयर सीट पर आरएलडी की दावेदारी ने सपाइयों में बेचैनी ला दी है. मेयर सीट पर पेंच फंस सकता है, क्योंकि दोनों का दावा अपनी-अपनी जगह मजबूत है लेकिन मौका किसी एक को मिलेगा. खतौली जीत के बाद आरएलडी निकाय चुनाव को लेकर एक ऐसा चक्रव्यूह रचने जा रही है जिसमें बीजेपी फंसकर रह जाए लेकिन आरएलडी के इस प्लान ने सपा को टेंशन में डाल दिया है उसकी वजह भी बड़ी है.
आरएलडी मेरठ की मेयर सीट पर अपना मजबूत दावा जता रही है. इतना ही नहीं छह नगर पंचायत और मवाना नगर पालिका पर भी आरएलडी के दावे ने सपाइयों की नींद उड़ा डाली है. खतौली में जो गठबंधन को जीत मिली उसके बाद आरएलडी में दावेदारों की फेहरिस्त लंबी हो चली है. मेयर के 12 दावेदार और मेरठ नगर निगम के 90 वार्डों के लिए अब तक 70 से ज्यादा आवेदन आ चुके हैं, जिससे आरएलडी खेमे में उत्साह दिखाई दे रहा है और दावेदारों का आना अभी भी जारी है. मेरठ में आरएलडी के कार्यालय पर हर रोज सुबह से ही टिकट मांगने वालों की भीड़ लग जाती है. मेयर सीट पर आरएलडी का मजबूत दावा है और इसपर आरएलडी और सपा में घमासान हो सकता है. आरएलडी ने गोपनीय बैठक कर मेयर सीट पर दवा जताया और जिन नगर पंचायतों में और नगर पालिका पर भी दावा ठोका है उसकी रिपोर्ट जयंत चौधरी को भेज दी है. मेरठ में एसजीएम गार्डन में हुई गोपनीय बैठक में ये बड़ा प्लान बना उसमे 7 आरएलडी के विधायक, क्षेत्रीय अध्यक्ष, राष्ट्रीय महासचिव, क्षेत्रीय अध्यक्ष, पूर्व सांसद, पर्यवेक्षक कमेटी के सदस्य भी थे. बस यही गुपचुप प्लान सपा की धड़कने बढ़ा रहा है.
अब अखिलेश-जयंत करेंगे फैसला
90 वार्डों वाले मेरठ नगर निगम में आरएलडी बड़े कमाल की उम्मीद लगाए बैठी है. नगर पंचायत की बात करें तो किठौर, दौराला, करनावल, हर्रा, सिवालखास, और नगर पंचायत खिवाई और नगरपालिका मवाना पर भी आरएलडी अपना प्रत्याशी मैदान में उतारना चाहती है जबकि नगर पंचायत बहसूमा पर अपने साथी चंद्रशेखर आजाद की पार्टी आसपा का प्रत्याशी उतारकर नए समीकरण साधना चाहती है. इस हिसाब से सपा के लिए 7 नगर निकाय ही बचती है, जिनमें 6 नगर पंचायत हस्तिनापुर, परीक्षितगढ़, लावड़, खरखौदा, फलावदा और शाहजहापुर नगर पंचायत और एक नगर पालिका सरधना शामिल हैं. मेरठ मेयर सीट पर सपा का दावा भी मजबूत है. जहां एक तरफ सपा विधायक अतुल प्रधान अपनी पत्नी के लिए टिकट मांग रहे हैं तो सपा से शहर विधायक रफीक अंसारी भी अपनी पत्नी को चुनाव लड़ना चाहते हैं. आरएलडी का अपना दावा है और सपा का अपना. फैसला जयंत और अखिलेश को बैठकर करना है, लेकिन जिन सीटों पर आरएलडी ने अपना दावा ठोका है उसमे मेयर सीट पर सबसे बड़ा पेंच फंसा है.
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