मेरठ: हाथरस में जिस तरह से राष्ट्रीय लोक दल के नेता जयंत चौधरी पर पुलिस ने लाठियां भांजी है उसके विरोध में सोमवार को सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने कमिश्नरी चौक पर धरना दिया. इस दौरान आरएलडी कार्यकर्ताओं ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आरोप लगाया कि हमारे नेता जयंत चौधरी को जान से मारने की साजिश थी, जो सफल नहीं हो पाई.
पुलिसकर्मियों के खिलाफ हो कड़ी कार्रवाई
मेरठ के कमिश्नरी चौक पर सैकड़ों की संख्या में आरएलडी कार्यकर्ता धरने पर बैठे. उन्होंने आरोप लगाया कि उनके नेता जयंत चौधरी को बिना किसी गुनाह के पुलिस ने पीटा गया, जान से मारने की नीयत से पीटा, जिन पुलिसकर्मियों ने गुस्ताखी की है उन सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्यवाई होनी चाहिए.
कार्यकर्ताओं ने नेता को बचा लिया
आरएलडी कार्यकर्ताओं ने कहा चौधरी चरण सिंह के विचारों को दबाने की कोशिश की गई है, उनके पोते पर लाठियां भांजी गईं क्योंकि वो हमेशा किसान, गरीब और मजदूरों की आवाज बुलंद करते रहे हैं. यही वजह है कि उनकी आवाज सरकार को रास नहीं आई और उसने उन्हें जान से मारने की नीयत से पुलिसकर्मी भेजे थे. लेकिन, कार्यकर्ताओं के साहस से नेता को बचा लिया गया.
पीड़ित का दर्द सुनना गुनाह तो नहीं
आरएलडी कार्यकर्ताओं ने कहा हमारे नेता एबीपी न्यूज को इंटरव्यू दे रहे थे वो कौन सा गुनाह कर रहे थे, जो अचानक से 10 से 12 पुलिसकर्मी आए और उन पर ताबड़तोड़ लाठियां बरसाने लगे. लाठियां ऐसे भांजी जा रही थीं जैसे वो बहुत बड़े अपराधी हो या उन्होंने कोई बहुत बड़ा गुनाह कर दिया हो. किसी पीड़ित का दर्द सुनना अगर इस प्रदेश में गुनाह है तो हमारे नेता ने ये गुनाह किया है.
हर कुर्बानी देने को तैयार
आरएलडी समर्थकों का कहना है कि जब तक उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती और मुख्यमंत्री नैतिकता के आधार पर इस्तीफा नहीं देते हैं तब तक हमारा विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि हमारे नेता न्याय की लड़ाई लड़ते हैं और न्याय की लड़ाई में हम हर कुर्बानी देने को तैयार हैं.
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