Robbery Case in Meerut: मेरठ में तीन दिन पहले पेट्रोल पंप पर लूटकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. वारदात को अंजाम देनेवाले सभी लुटेरे नई उम्र के हैं और महंगा शौक रखते हैं. उधार की रकम चुकाने के लिए बदमाशों ने लूटकांड को अंजाम दिया था. तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर पुलिस ने लूट की रकम में से लगभग साढ़े तीन लाख रुपए भी बरामद कर ली है. पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ है कि गाजियाबाद जिले के लुटेरों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया था.
पेट्रोल पंप के दो मैनेजरों से हुई थी 7 लाख की लूट
लुटेरों को मुखबिरी पेट्रोल पंप के एक पूर्व कर्मचारी ने ही की थी. कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र में पेट्रोल पंप के दो मैनेजरों से 28 जून को 7 लाख लूट लिए गए थे. आज एसएसपी रोहित सजवान ने पुलिस लाइन में सनसनीखेज लूटकांड का खुलासा किया. एसएसपी ने बताया कि बीती 28 जून को डाबका स्थित शिव शक्ति पेट्रोल पंप के मैनेजर सुनील और योगेंद्र पीएनबी बैंक की शाखा में रकम जमा कराने जा रहे थे. इसी दौरान लगभग आधा दर्जन लुटेरों ने रास्ते में दोनों मैनजरों से सात लाख का कैश लूट लिया. मामले में पुलिस और एसओजी की कई टीम लुटेरों की तलाश में जुटी थी.
पूर्व कर्मचारी ही निकला वारदात का मास्टरमाइंड
तफ्तीश के दौरान पुलिस ने मोदीनगर निवासी हर्ष उर्फ मोगली, संदीप शर्मा और प्रिंस को गिरफ्तार कर लिया. उन्होंने बताया कि बदमाशों के कब्जे से लूटी गई रकम में से 3.36 लाख सहित वारदात में इस्तेमाल बाइक और एक तमंचा भी बरामद किया है. पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ कि मोदीनगर का रहने वाला यशु घटना का मास्टरमाइंड है. दरअसल, यशु पहले शिव शक्ति पेट्रोल पंप पर काम करता था. वारदात को अंजाम देने वाले सभी लुटेरे मोदीनगर के रहने वाले हैं. नई उम्र के बदमाशों का शौक महंगा है. शौक पूरा करने के चक्कर में बदमाशों पर भारी भरकम कर्ज हो गया था. कर्ज को चुकाने के लिए यशु सहित आधा दर्जन बदमाशों ने लूट की वारदात को अंजाम देने का मंसूबा बनाया. एसएसपी ने बताया कि यशु और उसके दो साथी उर्फ दरोगा और हिमांशु उर्फ चैंटा फरार हैं. पुलिस फरार आरोपियों की तलाश में लगी हुई है.