Haji Rafiq Ansari Profile: उत्तर प्रदेश की मेरठ शहर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक हाजी रफीक अंसारी को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया गया है. उनके खिलाफ हाईकोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद मेरठ पुलिस ने ये गिरफ्तारी की है. उनके खिलाफ 101 वारंट जारी हो चुके थे. उन्हें उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वो लखनऊ में विधायक आवास से निकल रहे थे. 


मेरठ पुलिस को सपा विधायक हाजी रफीक अंसारी की कई दिनों से तालाश थी. मेरठ एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने सीओ सिविल लाइंस अभिषेक तिवारी के नेतृत्व में विधायक की गिरफ्तारी को टीम गठित की थी. पुलिस टीम कई बार विधायक के मेरठ आवास पर पहुंची लेकिन वो नहीं मिले. पता चला वो कहीं चुनाव प्रचार में हैं. पुलिस लगातार उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही थी. गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब उन्हें मेरठ ला रही है. 


कौन हैं हाजी रफीक अंसारी
मेरठ की शहर विधानसभा सीट से हाजी रफीक अंसारी दूसरी बार लगातार विधायक हैं. बीजेपी के कद्दावर नेता डॉक्टर लक्ष्मीकांत वाजपई को भी हाजी रफीक अंसारी ने चुनाव हराया था. वो अखिलेश यादव के भी बेहद करीबी माने जाते हैं. उनकी गिनती नेता जी मुलायम सिंह यादव के भी बेहद करीबी नेताओं में की जाती थी. इसके बाद वो अखिलेश यादव के करीब आ गए. 


रफीक अंसारी की गिरफ़्तारी के बाद बार-बार यही चर्चा की जा रही है कि आख़िर वो सौ से ज्यादा वांरट जारी होने के बाद भी कोर्ट में पेश क्यों नहीं. क्या वो किसी नेता के कहने पर वो पेश नहीं हो रहे थे. 


दरअसल सितंबर 1995 में रफीक अंसारी समेत 35-40 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी. इस मामले में 22 आरोपियों को बरी किया जा चुका है लेकिन रफीक अंसारी कभी कोर्ट में पेश नहीं हुए. उनके खिलाफ एमपी एमएलए मेरठ कोर्ट ने आईपीसी की धारा 147, 436 और 427 के तहत 101 गैर जमानती वारंट जारी हुए लेकिन वो कोर्ट में पेश नहीं हुए और हाईकोर्ट चले गए. जिसके बाद कोर्ट उनकी याचिका को रद्द कर दिया और पुलिस महानिदेशक को गिरफ्तारी के निर्देश दिए. 


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