Meerut School Closed News: यूपी में कांवड़ यात्रा की शुरूआत हो चुकी है. ऐसे में यात्रा को लेकर मुख्य मार्गों पर पुलिस सख्त है और कांवड़ियों को दिक्कत न हो इसलिए चौकसी बरती जा रही है. ऐसे में मेरठ जिले में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. मेरठ जिलाधिकारी दीपक मीणा ने सभी स्कूल और कॉलेज को 2 अगस्त तक बंद करने के आदेश दिए हैं. प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, माध्यमिक और कॉलेज, सरकारी और प्राइवेट के सभी स्कूल बंद रहेंगे. 


मेरठ जिलाधिकारी दीपक मीणा ने स्कूल और कॉलेज बंद को लेकर काफी सख्त नजर आ रहे हैं. उनका कहना है कि यदि कोई भी स्कूल और कॉलेज आदेश के बाद भी खुला पाया तो उर पर बड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने दो अगस्त तक स्कूल और कॉलेज बंद करने के आदेश दिए हैं.


मार्गों पर लग जाती है कांवड़ियों की लंबी लाइन  


कांवड़ यात्रा के दौरान मार्गों पर लंबी लाइन लगी होती है. जाम की समस्या बढ़ जाती है क्योंकि कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ियां निकलते हैं, जिससे मार्ग पर जाम की समस्या ज्यादा हो जाती है. ऐसे बच्चों और कांवड़ियों को कोई दिक्कत न हो इसलिए डीएम की तरफ से स्कूल बंद करने का ऐलान किया गया है. 


कांवड़ मेला को लेकर स्कूल बंद 


कांवड़ मेले में भीड़ को देखते हुए डीए दीपक मीणा ने ये फैसला लिया है. उनके इस फैसला का लोग खुलकर स्वागत कर रहे हैं. छात्रों का कहना है कि कांवड़ यात्रा के दौरान स्कूल जाना काफी कठिन काम है. क्योंकि गाड़ियों भीड़ में फंस जाती है. ऐसे में कांवड़ियों के साथ ही बाकी लोगों को भी समस्या होती है. इसलिए स्कूल और कॉलेज बंद के फैसले का हम स्वागत करते हैं और डीएम का धन्यवाद करते हैं. 


कांवड़ यात्रा शुरू होते ही हर रोज हजारों की संख्या में कांवड़िये शहर होते हुए भोले बाबा पर जल चढ़ाने के लिए निकल रहे है. यात्रा के दौरान कांवड़ियों को कोई दिक्कत न हो इसलिए बैरिकेडिंग लगाकर शहर को दो हिस्सें में बांट दिया गया है और अब स्कूल और कॉलेज को बंद कर दिया गया है. ताकि स्कूल और कॉलेज की वजह से सड़कों को अधिक जाम न लगे और यात्रा सही तरीके से चल सके. 


जाम की समस्या से बचने के लिए लिया गया फैसला 


दरअसल, स्कूल और कॉलेज की जब छुट्टी होती है तो शहर में जाम की स्थिति भयंकर पैदा हो जाती है. स्कूली बस और वाहन की वजह से मार्ग पर चलना काफी कठिन हो जाता है. पैदल चलना मुश्किल हो जाता है. जो लोग गाड़ी के साथ सफर करते हैं वो तो घंटों जाम में फंसे रहते हैं. जाम की समस्या को देखते हुए मेरठ के डीएम दीपक मीणा ने ये फैसला लिया है. 


इस फैसले से कांवड़ियों-स्कूली बच्चों को नहीं होगी दिक्कत 


स्थानीय लोगों का कहना है कि कांवड़ यात्रा के दौरान सड़कों और चौराहों पर अक्सर जाम लग जाती है. जाम में चलना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में डीएम ने जो फैसला लिया है वह बहुत अच्छा है. इससे कांवड़ियों को भी दिक्कत नहीं होगी और स्कूल बच्चों को भी समस्या का सामना नहीं करना होगा और सड़क पर आवागमन सुचारू रूप से चालू रह पाएगा. 


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