Integrated Traffic Management System Starts in Meerut: मेरठ में अपराधियों पर लगाम कसने और ट्रैफिक सिस्टम (Traffic System) दुरूस्त करने के लिए आईटीएमएस यानि इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम की शुरुआत की गई है, जिसके तहत शहर के 9 चौराहों पर 93 कैमरे लगाए गए हैं, इनका ट्रायल भी शुरू हो गया है. इसके साथ जल्द ही यहां पर पीटीजेड कैमरे यानी पेन टिल्ट जूम कैमरे (Pan Tilt Zoom Camera) भी लगेंगे जो 360 डिग्री पर हर हलचल को कैमरे में कैद करेंगे. इन कैमरों को गृहमंत्रालय (Home Ministry) के सर्विलांस सिस्टम (Surveillance System) से जोडा जाएगा. ये सारा जिम्मा नगर निगम का इंटीग्रेटेड टैफिक मैनेजमेंट सिस्टम संभालेगा यानी विदेशों जैसी सुरक्षा व्यवस्था अब मेरठ (Meerut) में भी नजर आएगी.
अपराधियों पर होगी गृहमंत्रालय की नजर
मेरठ में पीटीजेड कैमरे लग जाने के बाद अपराधियों का पुलिस की निगाहों से बचना मुश्किल हो जाएगा. इन कैमरों के बाद अपराधियों की पहचान, उनकी ट्रैकिंग बेहद आसान हो जाएगी. इसके साथ ही कुछ दिन पहले ही यहां पर इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत नौ चौराहों पर तीसरी आंख की पैनी नजर शुरू हो गई है. नगर निगम मेरठ में कंट्रोल रूम बनकर तैयार हो गया है और एक क्लिक पर हर चौराहे की लाइव तस्वीरें आसानी से देखी जा सकती हैं. 10 मई को सीएम योगी आदित्यनाथ ने मेरठ पहुंचकर इस आईटीएम सिस्टम को देखा और इसकी जमकर तारीफ की. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि पीटीजेड कैमरों को गृहमंत्रालय के सर्विलांस सिस्टम से जोड़ा जाएगा. नगर निगम ने इस पर तेजी से काम भी शुरू कर दिया है.
ट्रैफिक नियम तोड़ा तो घर पहुंचेगा चालान
मेरठ में आईटीएमएस के तहत क्या-क्या व्यवस्था की गई है पहले उसे बारे में आपको बताते हैं. मेरठ में सात चौराहों जिनमें बच्चा पार्क, कमिश्नरी आवास, जेलचुंगी, तेजगढी, गांधी आश्रम, हापुड़ अड्डा , कमिश्नरी कार्यालय चौराहा और दो तिराहा एल-ब्लॉक व डिग्गी तिराहे पर आईटीएमएस लागू है. नगर निगम में इसका कंट्रोल रूम बनाया गया है. जिसे लखनऊ से जोड़ा गया है. इन चौराहों पर ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर ई-चालान कट जाएगा. सात चौराहों और दो तिराहों पर 93 आरएलवीडी यानि रेड लाइट वायलेशन डिटेक्शन कैमरा और एएनपीआर यानि ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन कैमरा लगाए गए हैं. जिसके जरिए सीट बेल्ट न पहनने, बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चलाने, रेड लाइट क्रॉस करने जैसे कई ट्रैफिक नियमों का उल्लघंन करने वालों का ई चालान काटे जाएंगे.
तेजी से चल रहा है योजना पर काम
मेरठ में इस योजना पर तेजी से काम चल रहा है. कुछ दिनों में ही मेरठ के तमाम चौराहे 138 कैमरों की जद में होंगे और ट्रैफिक ही नहीं सुरक्षा तंत्र भी मजबूत होगी. आईटीएमएस सिस्टम के बाद यहां पर 45 पीटीजेड कैमरे लगाने का काम भी शुरू हो गया है. जो 360 डिग्री पर घूमेंगे. जिससे किसी भी व्यक्ति के चेहरे की पहचान भी का जा सकेगी. लोगों पर अब इसका असर भी दिखने लगा है. लोग इस सिस्टम को जानने की लिए एक दूसरे से बात भी कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें-
'बड़ी दुकान के फीके पकवान से जनता ऊब रही है', अखिलेश यादव ने BJP सरकार पर साधा निशाना