मेरठ, बलराम पांडेय: यूपी की मेरठ पुलिस ने एक साल बाद बिना सिर और हाथ के मिली लाश मामले में सनसनीखेज खुलासा किया है. पुलिस के मुताबिक, पंजाब के लुधियाना की बीकॉम छात्रा को अमन बनकर मेरठ के शाकिब ने प्रेमजाल में फंसाया था. छात्रा उसके झांसे में आकर घर से 25 लाख रुपये की ज्वैलरी लेकर फरार हो गई थी. मेरठ आकर अमन के शाकिब होने का भांडा फूटा, तो आरोपी ने ज्वैलरी हड़पने के लिए छात्रा को जान से मार डाला. पुलिस ने मुख्य आरोपी शकिब सहित 6 लोगों को गिरफतार किया है, लेकिन जब मृतिका की मां और मामा ने आरोपियों को देखा, तो वो अपना आपा खो बैठे और पुलिस व पत्रकारों के सामने ही उसपर थप्पड़ों की बरसात कर दी.
गायब था युवकी की लाश का सिर और हाथ
एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि 14 जून, 2019 को लोईया गांव में सबी अहमद के खेत में पड़ोसी ईश्वर पंडित ने कुत्ते को इंसान का एक हाथ मुंह में लेकर भागते हुए देखा था. जब गन्ने का खेत खुदवाया गया, तो वहां से एक युवती की लाश बरामद हुई. उसका सिर और एक हाथ गायब था. युवती की पहचान नहीं हो पाई. पुलिस ने इस मामले में अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई थी.
एक साल की मेहनत के बाद ऐसे मिली सफलता
एसएसपी ने बताया, हमने इस मामले में डिस्ट्रिक क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो और स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो में मिसिंग (लापता) मामले दिखवाए, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली. पुलिस की एक टीम को इस काम में लगाया गया कि लोईया गांव के कौन-कौन लड़के बाहर काम करते हैं. वे जहां-जहां काम करते थे, वहां-वहां के थानों में मिसिंग केस दिखवाए गए. आखिरकार पंजाब में जाकर पुलिस को सफलता मिली. एसएसपी ने कहा, एक साल की मेहनत के बाद पुलिस आखिर उस युवती तक पहुंच गई, जो लापता थी. 23 वर्षीय युवती की पहचान लुधियाना में मोतीनगर थाना क्षेत्र निवासी के रूप में हुई.
ईद पर घर आते ही भांडा फूटा
एसएसपी के अनुसार, युवती बीकॉम की छात्रा थी. मेरठ के लोईया गांव का शाकिब वहां पर नौकरी करता था. उसने वहां अपना नाम अमन बता रखा था. शाकिब उर्फ अमन ने युवती को प्रेमजाल में फंसा लिया. मई में दोनों लुधियाना से फरार हो गए. युवती अपने साथ करीब 25 लाख रुपये की ज्वैलरी ले आई. दोनों करीब एक महीना तक दौराला में किराए के मकान में रहे. पिछले साल ईद वाले दिन शाकिब उसे अपने घर लेकर पहुंचा. यहां छात्रा को पता चला कि वह अमन नहीं शाकिब है.
जब युवती को पता चला कि अमन शाकिब है, तो धोखा देने की बात कहकर वो घर जाने की जिद करने लगी, लेकिन जब वो नहीं मानी, तो शाकिब ने अपने परिवार के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी. उसकी पहचान न हो पाए और पुलिस उस तक न पहुंचे, इसलिए उसने उसका हाथ और सिर काटकर अलग फेक दिया, क्योंकि मृतिका के हाथ पर उसका और शकिब का नाम लिखा था और चेहरे पर कई निशान थे, जिससे उसकी पहचान हो सकती थी.
इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है. वहीं, पुलिस को अभी भी कई राज जानने है, यही वजह है कि पुलिस इन आरोपियों को फिर से रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी .
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