Meerut News: मेरठ साउथ स्टेशन तक रैपिड को चले हुए 20 दिन भी नहीं बीते कि रैपिड रेल का लेकर शिकायतें आने लगी. लोग रैपिड का इंतजार करते रहे और ना आने पर हंगामा खड़ा कर दिया. हंगामा भी जबरदस्त हुआ और गुस्साए लोग किसी की सुनने को तैयार नहीं थे, क्योंकि जिस उम्मीद और दावे को सुनकर वो मेरठ साउथ स्टेशन पहुंचे थे उनकी हवा निकल गई थी.


मेरठ साउथ स्टेशन से सुबह से रैपिड आना जाना शुरू हो गई थी. बात सुबह आठ बजे की थी. लोग रैपिड का इंतजार कर रहे थे, इंकवारी काउंटर पर पूछा तो पता चला 15 मिनट में आ जाएगी. इसके बाद टाइम बढ़कर आधा घंटा हुआ और फिर 45 मिनट बता दिया गया. बस फिर क्या था लोगों का धैर्य जवाब दे गया और उन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया. लोगों ने नारेबाजी भी कर डाली. यात्री मनोज, नूर मोहम्मद और आशा ने बताया कि घंटे से ज्यादा हो गया रैपिड आ ही नहीं रही है. हमारा सारा काम बिगड़ जाएगा. जिसे पूछो वो बस 15 मिनट कह देता है लेकिन ये 15 मिनट कब होंगी किसी को नहीं पता.


टिकट वापिस करो, हमारे पैसे दो
कुछ लोग ऐसे थे जिनको साहिबाबाद बहुत जरूरी काम से जाना था, इसलिए आठ बजे से पहले ही मेरठ साउथ स्टेशन पहुंच गए. अब कितना इंतजार करते, गुस्से में आ गए. आकाश, रवि और सागर ने टिकट वापिस करने को कह दिया. बोले, हमारे पैसे दे दो हमें नहीं जाना रैपिड से. जैसे अन्य ट्रेन लेट हो जाती हैं वही स्थिति रैपिड की हो गई है. अभी तो 20 दिन भी रैपिड को मेरठ तक पहुंचे नहीं हुए हैं और अभी से ही इतनी अव्यवस्था है, क्या राम भरोसे चल रही है रैपिड, जो एक घंटे तक भी स्टेशन पर नहीं आई.


 एक्सीलेटर पड़े हैं बंद
18 अगस्त को रैपिड मेरठ पहुंची थी, लेकिन केवल 20 दिन में बड़ी खामियां सामने आने लगी हैं. मेरठ साउथ स्टेशन के एक्सीलेटर बंद पड़े हैं. इसकी वजह से बड़े बुजुर्ग यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ती है. रोज आने जाने वाले यात्री कई बार इसकी शिकायत भी कर चुके हैं, लेकिन कोई ध्यान देने को तैयार नहीं है. लोगों में इस बात को लेकर गुस्सा है कि मेरठ के लिए बड़ी खुशी तो मिली, लेकिन लगता है कि जल्दबाजी में चलवा डाली. कभी रैपिड देर से आएगी तो एस्केलेटर बंद पड़े हैं. लोगों का कहना है कि आखिर किससे शिकायत करें कोई सुनता ही नहीं है.


करीब एक घंटे की देरी से पहुंची रैपिड
मेरठ साउथ स्टेशन से साहिबाबाद जाने वाले यात्रियों को वाकई बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. रैपिड करीब एक घंटा देरी से आई. लोग झट से रेपिड में तो सवार हो गए लेकिन उनका गुस्सा कम नहीं हुआ था, क्योंकि किसी को रिश्तेदार के जाना था और किसी का बहुत जरूरी काम था. लेकिन रेपिड के देर से आने की वजह से सारा खेल खराब हो गया. लोगों को विश्वास नहीं हो रहा है कि रैपिड भी इतनी देर से आएगी और सबको परेशान कर जाएगी. लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर बना रहा.


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