सादे कपड़ों में रेकी..प्लानिंग के साथ छापेमारी, मेरठ में ऐसे पकड़ा हजारों लीटर मिलावटी पेट्रोल-डीजल
Meerut News: बताया जा रहा है कि पुलिस कई दिनों से इस पर नजर रख रही थी. चार दिन से पुलिस ने गलियों में रेकी की और फिर पूरी तैयारी के साथ छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया.
Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ में मिलावटी पेट्रोल और डीज़ल को धड़ल्ले से बेचा जा रहा था. जिसकी वजह से कई टू व्हीलर और चार पहिया गाड़ियों को इंजन में तय समय से पहले ही खराबी आ रही है. मेरठ पुलिस ने ऐसी ही फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है. जहां मिलावटी डीजल और पेट्रोल बनाकर तेल माफिया करोड़ों रुपये छाप रहे थे.
एसपी सिटी ने इस मामले में बड़ी प्लानिंग के तहत काम किया जिसके बाद इस गोरखधंधे का भंडाफोड़ हो सका है. बताया जा रहा है कि पुलिस कई दिनों से इस पर नजर रख रही थी. चार दिन से पुलिस ने गलियों में रेकी की और फिर पूरी तैयारी के साथ छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया.
मिलावटी पेट्रोल-डीजल बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश
खबर के मुताबिक ब्रहमपुरी थाना इलाके में अंजुम पैलेस के पास मिलावटी पेट्रोल डीजल की फैक्ट्री चल रही थी. आरोप है कि पुलिस के आशीर्वाद से ये फैक्ट्री रात दिन चल रही थी. लेकिन, इसकी भनक किसी तरह मेरठ के एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह को लग गई. जिसके बाद उन्होंने अपनी टीम के कई पुलिसवालों को सादे कपड़ों में इलाके की निगरानी के लिए तैनात कर दिया.
पुलिस की ये टीम चार दिनों तक इसके आसपास के इलाक़ों में रेकी करती रही और जब ये साबित हो गया कि इस फ़ैक्ट्री में ही मिलावटी पेट्रोल और डीजल बनाया जा रहा है और तो फिर एसपी सिटी ने खुद छापा मार दिया गया. पुलिस ने यहां से एक शख्स को भी हिरासत में लिया है, जिसने बताया कि फैक्ट्री के मालिक का नाम आबाद है और वो लंबे समय से ये काम कर रहा है. इस कार्रवाई के बात तेल माफियाओं में हड़कंप मच गया है.
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छापेमारी में मिला ये सामान
छापेमारी के दौरान फैक्ट्री से 20 ड्रम पेट्रोल-डीजल के मिले हैं. इसी के साथ ही कई केन और रंग के साथ-साथ सॉल्वेंट और अन्य पदार्थ भी मिले हैं. इनकी जांच के लिए मौके पर जिलापूर्ति विभाग की टीम भी बुलाया गया है. टीम ने अपनी जांच भी शुरू कर दी है. ज्यादातर ड्रम मिलावटी डीजल और पेट्रोल के बताए जा रहे हैं. आरोपी कम दामों में ये तेल सप्लाई करते थे. पुलिस अब इस बात की भी जांच कर रही है कि इस पूरे खेल में कौन-कौन लोग शामिल हैं.
सबसे बड़ी बात ये है कि अवैध रूप से मिलावटी डीजल और पेट्रोल बनाने की जो फैक्ट्री चल रही थी, वो भीड़भाड़ वाले इलाके में है. अगर इस अवैध फैक्ट्री में कोई हादसा हो जाता तो पूरा इलाका दहल सकता था. इस मामले में जिलापूर्ति विभाग पर भी सवाल खड़े हो रहें हैं कि कैसे इसकी भनक तक नहीं लगी. पुलिस को एक सीसीटीवी फुटेज भी मिली हैं, जिसमें बाल्टी में पेट्रोल लाकर एक शख्स स्कूटी में डालता दिख रहा है.
ये तेल मेरठ शहर और देहात के कई इलाकों में सप्लाई किया जा रहा था. एसपी सिटी ने कहा कि फैक्ट्री मालिक आबाद की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है, जिसके बाद ही ये साफ हो पाएगा कि इस गिरोह के तार कहां-कहां तक हैं.