Meerut News: न्यूटिमा हॉस्पिटल प्रकरण में सपा विधायक अतुल प्रधान की मुश्किलें बढ़ गई हैं. चार्जशीट लगने पर विधायक की पत्नी सीमा प्रधान ने मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पूछा कि क्या गरीब की आवाज उठाना गुनाह है. पुलिस की चार्जशीट पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि सरकार के दबाव में तैयार की गई है. पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सीमा प्रधान ने एडीजी राजीव सभरवाल को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने आरोप लगाया कि एडीजी राजीव सभरवाल मामले की सही से सुनवाई नहीं कर पा रहें हैं.


विधायक पति के खिलाफ चार्जशीट पर भड़कीं सीमा प्रधान 


सीमा प्रधान ने न्यूटिमा हॉस्पिटल प्रकरण में दोनों पक्षों की निष्पक्ष जांच करने की मांग की. उन्होंने कहा कि न्यूटिमा हॉस्पिटल में इलाज के नाम पर उगाही होती है. गरीबों को पांच रुपए की दवा 200 रुपए में बेचा जाता है. उन्होंने दावा किया मामले की निष्पक्ष जांच नहीं की गई. सीमा प्रधान ने चेतावनी दी कि इंसाफ के लिए आमरण अनशन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे. धरना देकर पुलिस की चार्जशीट का विरोध करेंगे. उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से निष्पक्ष जांच कराने की मांग की.


न्यूटिमा हॉस्पिटल प्रकरण में CM योगी से निष्पक्ष जांच की मांग


सीमा प्रधान ने बताया कि पति अतुल प्रधान न्यूटिमा हॉस्पिटल में तीमारदार के फोन पर पैसे कम कराने गए थे. इलाज के बिल से तीमारदार और अस्पताल प्रबंधन के बीच विवाद पैदा हो गया था. तीमारदार के फोन आने पर विधायक अतुल प्रधान समर्थकों के साथ अस्पताल पहुंच गए. मौके पर काफी हंगामा हुआ. अस्पताल प्रबंधन ने आरोप लगाया कि विधायक अतुल प्रधान ने समर्थकों के साथ स्टाफ को डराया धमकाया और दबाव बनाने की कोशिश की. हॉस्पिटल के सिक्योरिटी इंचार्ज ने विधायक अतुल प्रधान समेत समर्थकों, मरीज और तीमारदार पर मुकदमा दर्ज कराया. 


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