UP Politics: स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी को अलविदा कह दिया है. उन्होंने एमएलसी सीट भी छोड़ दी है. मेरठ से सपा विधायक हाजी रफीक अंसारी स्वामी प्रसाद मौर्य पर बरस पड़े. उन्होंने आरोप लगाया कि स्वामी प्रसाद मौर्य बीजेपी से मिले हुए थे. अच्छा हुआ पार्टी छोड़कर चले गए. विधायक रफीक अंसारी अखिलेश यादव के बेहद करीबी माने जाते हैं. उन्होंने कहा अनर्गल बयानों से पार्टी परेशान थी. सपा में सभी धर्मों का सम्मान होता है. स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पार्टी लाइन से हटकर थे. पार्टी ने राष्ट्रीय सचिव बनाया. हारने के बावजूद विधान परिषद सदस्य बनाया.


सपा MLA ने बोला स्वामी प्रसाद मौर्य पर हमला


सपा विधायक ने कहा कि अखिलेश यादव का दिल बहुत बड़ा है. पार्टी को और ज्यादा नुकसान होने से पहले स्वामी प्रसाद मौर्य के जाने का स्वागत है. स्वामी प्रसाद मौर्य के जाने से सपा को नुकसान नहीं होगा? सवाल के जवाब में मेरठ विधायक ने कहा कि सपा को क्या नुकसान करेंगे. पार्टी का अपना वोट बैंक है और हम मजबूत हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य खुद एक भी सीट जीत नहीं सकते हैं. सपा विधायक हाजी रफीक अंसारी ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने एमएलसी सीट से इस्तीफा दिया है.


'अच्छा हुआ चले गए, BJP के साथ थी साठगांठ'


अब आप बताइए इसका फायदा बीजेपी को ही मिलेगा ना. स्वामी प्रसाद मौर्य की बीजेपी को इसी तरीके से फायदा पहुंचाने की मंशा है. उनसे पूछा गया कि स्वामी प्रसाद मौर्य नई पार्टी बना रहे हैं. सपा विधायक ने कहा कि लोकतंत्र में सबको अधिकार पार्टी खड़ी करने का है. क्या फर्क पड़ता है. अच्छा है चले गए, हमें नुकसान नहीं बड़ा फायदा मिलेगा. बता दें कि 13 फरवरी को महासचिव पद से त्यागपत्र देने के एक सप्ताह बाद उन्होंने सपा की प्राथमिक सदस्यता के साथ एमएलसी की कुर्सी भी छोड़ दी. 22 फरवरी को स्वामी प्रसाद मौर्य दिल्ली में राजनीतिक पारी का एलान कर सकते हैं.


'राहुल गांधी अमेठी से लड़ेंगे लोकसभा चुनाव, कांग्रेस ने स्वीकार की मेरी चुनौती,' जयराम के बयान पर बोलीं स्मृति ईरानी