मेरठ: स्पोर्ट्स सिटी को इंतजार है कारोबार शुरू होने का....फैक्ट्रियों में कच्चे माल का लगा अंबार
लॉक डाउन कितना बढ़ेगा या नहीं बढ़ेगा....कारोबार कब शुरू होगा...इसकी चिंता सभी व्यापारियों को है। पीएम मोदी ने संकोत दिया है कि कारोबारियों को कुछ शर्तों के साथ इजाजत जल्द दी जाएगी। ऐसे में स्पोर्ट्स सिटी के नाम से मशहूर मेरठ के लोगों का कहना क्या है
मेरठ, एबीपी गंगा। मेरठ शहर की पहचान स्पोर्ट्स सिटी के नाम से भी है। नामी ग्रामी सेलिब्रिटी जिस बल्ले से तूफानी बैटिंग करते हैं, दरअसल वो बल्ला मेरठ में ही बनता है और यही वजह है कि पूरी दुनिया में मेरठ स्पोर्ट सिटी के नाम से मशहूर है। लेकिन लॉक डाउन में स्पोर्ट्स कारोबार पूरी तरह से ठप है, ऐसे में अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शर्तों के आधार पर कुछ कारोबार को छूट देते हैं तो क्या उसमें स्पोर्ट्स कारोबार भी शामिल होगा तो क्यों होगा और क्या शर्तों को मानने के लिए स्पोर्ट्स कारोबारी तैयार हैं। एबीपी गंगा ने शहर के तमाम कारोबारियों से बात की।
यह मेरठ के स्पोर्ट्स कारोबारी जिनके पास एबीपी गंगा पहुंचा। आखिरकार अगर सरकार शर्तों के आधार पर कारोबार शुरू करने का कहती है तो यह लोग सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना जैसी महामारी से बचाव के साथ कैसे कारोबार करेंगे। इस धंधे से जुड़े लोगों ने बताया कि वह सरकार के सभी नियमों का पूरी तरह से पालन करेंगे, सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजेशन का पूरा ध्यान रखेंगे ताकि इस महामारी से बचाव के साथ वह अपना कारोबार कर सकें। लोगों को पूरी उम्मीद है कि सरकार इन्हें छूट जरूर देगी।
फैक्ट्रियों में कच्चे माल का अंबार लगा हुआ है, लेकिन लॉक डाउन की वजह से कारोबार पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है, इन कारोबारियों का कहना है कि लेबर भी यहीं रह रही है, क्योंकि लॉक डाउन की वजह से वह अपने घरों तक नहीं जा पाये हैं। ऐसे में अगर सरकार इन्हें शर्तों के साथ भी कारोबार करने का मौका देती है तो इन मजदूरों को रोजगार मिलेगा और पूरे एहतियात के साथ कारोबार शुरू भी हो जाएगा। वहीं इनका मानना है कि स्पोर्ट्स से लोगों के फिजिकल फिटनेस बनी रहती है जो इस कोरोना जैसी महामारी में बहुत जरूरी है वही इस कारोबार से सरकार को एक मोटा रेवेन्यू भी मिलेगा।