Meerut News: मर्चेंट नेवी में डर की वजह से सफाई कर्मचारी की नौकरी छोड़ दी, लेकिन शातिर दिमाग फिर फर्जी हवलदार बन बैठा और सेना में भर्ती कराने के नाम पर लोगों से ठगी करनी शुरू कर दी. एक-एक करके उसने 40 से ज्यादा लोगों को निशाना बनाया. आखिरकार मेरठ एसटीएफ के हत्थे चढ़ ही गया. एसटीएफ को पूछताछ में कई बड़ी जानकारियां हाथ लगी हैं. उसके पास से अहम दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं.


एसटीएफ ने बंदायू के रहने वाले जिस अरविंद राणा को गिरफ्तार किया है, वो चार से पांच लाख रूपये में सेना में भर्ती कराने का फर्जी ज्वाइनिंग लेटर थमा देता था. एसटीएफ ने पूछताछ की तो पता चला कि मर्चेंट नेवी की नौकरी छोड़ने के बाद उसकी मुलाकात मर्चेंट नेवी में काम करने वाले बिजनौर के सौरभ से हुई. सौरभ ने हापुड के रहने वाले योगेश गौतम से मुलाकात के लिए कहा और बताया कि उसकी बड़ी जान पहचान है और वो सरकारी नौकरी लगवा देगा. फिर योगेश ने बागपत के रहने वाले अजय उर्फ गुरूजी और बलराम से मुलाकात कराई. दोनों ने कहा कि सरकारी नौकरी की उम्र निकल गई है, लेकिन वो सेना में अन्य लोगों की नौकरी लगवा सकते हैं, इसलिए वो ऐसे लोगों को ढूंढे जो नौकरी करना चाहते हैं.


पांच लाख रुपये में थमाता था नकली ज्वाइनिंग लेटर
एसटीएफ की गिरफ्त में आए अरविंद राणा ने लोगों को सेना में भर्ती कराने के नाम पर ठगना शुरू कर दिया. उसने अपना बड़ा जाल बिछाया. लोगों के फर्जी मेडिकल कराता और फिर उन्हें सेना में भर्ती कराने के नाम पर फर्जी ज्वाइनिंग लेटर थमा देता. जिसकी फर्जी नौकरी लगवाई, उसी के सहारे दूसरे अभ्यर्थी को भी निशाना बनाया. एक-एक करके उसने 40 लोगों को ठगा है. वह अन्य लोगों को ठगने की तैयारी में था लेकिन एसटीएफ ने जाल बिछाया और उसे गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में पता चला कि मर्चेंट नेवी में सफाइकर्मी की नौकरी पर था, लेकिन जहाज पलट जाने की वजह से डरकर नौकरी छोड दी थी.


अरविंद राणा के सेना के फर्जी ज्वाइनिंग लेटर देने की खबरें मिलिट्री इंटेलीजेंस को भी मिल रही थी. एसटीएफ भी सक्रिय हो गई थी. मुखबिर से सूचना मिली कि अरविंद राणा एमएच हॉस्पिटल के पास आया हुआ है. एसटीएफ मेरठ यूनिट के एएसपी ब्रजेश सिंह को मुखबिर से पुख्ता सूचना मिली, जिसमें उसका पूरा हुलिया बता दिया गया. इसके बाद एएसपी ब्रजेश सिंह ने दो टीम लगा दी और जैसे ही व्हाइट टीशर्ट पहने अरविंद राणा वहा पहुंचा तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया.


अरविंद के पास मिले सेना के फर्जी कार्ड
एसटीएफ ने जैसे ही अरविंद राणा को गिरफ्तार किया और उसकी तलाशी ली तो उसके कब्जे से सेना का फर्जी आईकार्ड, दो आधार कार्ड फोटो लगे हुए अलग-अलग नाम से, भारतीय सेना के अनुमोदन हुए फर्जी लेटर की फोटो कॉपी, तीन भारतीय सेना के आश्रित पहचान पत्र, सेना का कैंटीन कार्ड, अलग-अलग नाम पते के आधार कार्ड, दो पेन कार्ड, एक वोटर आई कार्ड और दो मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं. एसटीएफ मेरठ यूनिट के एएसपी ब्रजेश सिंह ने बताया कि अब तक 40 लोगों को निशाना बनाया है और कई और जानकारियां भी हाथ लगी हैं.


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