डॉन के लिए हथियारों की तस्करी करता था दारोगा का बेटा, STF ने 17 बंदूक-700 कारतूस के साथ दबोचा
UP News: मेरठ एसटीएफ को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है, एसटीएफ की स्कॉर्पियो सवार दारोगा के बेटे और अवैध हथियार तस्करों से मुठभेड़ हो गई. पुलिस ने भारी मात्रा में हथियारों का जखीरा बरामद किया.
Meerut News: मेरठ में एसटीएफ को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. एसटीएफ ने स्कॉर्पियो में सवार दारोगा के बेटे और अवैध हथियार तस्करों से मुठभेड़ हो गई, जिसमें एसटीएफ ने स्कॉर्पियो से 17 बंदूक और 700 कारतूस बरामद किए है. हथियारों का इतना बड़ा जखीरा देखकर एसटीएफ की टीम भी चौक गई. इन हथियारों की सप्लाई डॉन के गैंग को की जानी थी.
एसटीएफ को सूचना मिली थी कि अंतराज्यीय हथियार तस्कर मेरठ में हथियारों की बड़ी खेप लेकर कहीं जा रहा है. इस पर एसटीएफ ने मेरठ के कंकरखेड़ा इलाके के खिर्वा रोड पर घेराबंदी शुरू कर दी, तभी सामने से काले रंग की स्कॉर्पियो आते हुए दिखी और जब उसे रुकने का इशारा किया तो स्कॉर्पियो सवार बदमाशों ने एसटीएफ पर फायरिंग कर डाली, तो एसटीएफ की तरफ से भी फायरिंग की गई, जिसमें चार बदमाश घेराबंदी तोड़कर भाग निकले और एसटीएफ ने एक बदमाश रोहन को गिरफ्तार कर किया जो बागपत के लोहड़ा गांव का रहने वाला है और रोहन के पिता यूपी पुलिस में दारोगा हैं जो मथुरा में तैनात हैं.
डिब्बों में रखे थे कारतूस और कपड़े से ढकी हुई थी बंदूके
मुठभेड़ के दौरान रोहन की गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ की तीन ने जब स्कॉर्पियो की तलाशी ली तो कुछ डिब्बे मिले और उन्हें खोला गया था. उसमें कारतूसों का जखीरा था. कारतूस भी एक दो नहीं बल्कि 700 कारतूस मौजूद थे. ये सभी कारतूस 315 और 12 बोर के थे. उसके बाद एक कपड़ा हटाया गया तो उसके नीचे हथियारों का जखीरा था. ये देखकर एसटीएफ की टीम दंग रह गई. स्कॉर्पियो से फैक्ट्री मेड पांच सिंगल और 12 डबल बैरल बंदूक बरामद किए गई.
पंजाब से खरीदा हथियारों का जखीरा
एसटीएफ के एएसपी बृजेश सिंह ने बताया कि बदमाश रोहन से पूछताछ की गई तो पता चला कि पंजाब में अमृतसर के खास अटारी रोड के मराठा गण हाउस से बंदूके 40 से 50 हजार रुपये में खरीदी गई थी. इसी के साथ ही कारतूस 100 रुपये के हिसाब से खरीदा गया. पिछले काफी समय से वो अवैध हथियारों की तस्करी कर रहा है और ऑन डिमांड भी हथियार सप्लाई करता है. पश्चिमी यूपी के कई बड़े बदमाशों से भी हथियारों की खरीद फरोख्त की जाती थी.
एसटीएफ के एएसपी बृजेश सिंह ने बताया कि रोहन को इन हथियारों की सप्लाई बागपत के अनिल बालियान उर्फ बंजी को करनी थी. इन हाथियों की डील जल्द ही कहीं होनी थी. मेरठ के कुख्यात सलमान और शारिक गिरोह से भी पिस्टल खरीदकर अनिल बालियान को दे चुका है. शारिक और सलमान के बीच चल रही गैंगवार किसी से छिपी नहीं है. अनिल बालियान मोटी रकम लेकर इन अवैध हथियारों को राजस्थान, बिहार के साथ अन्य राज्यों में बेचता था.
वेस्ट यूपी से लेकर कई राज्यों तक फैला है बंजी का नेटवर्क
अवैध हथियारों की तस्करी के लिए कुख्यात अनिल बालियान उर्फ बंजी बेहद शातिर किस्म का अपराधी है. पश्चिमी यूपी से लेकर उसका गिरोह पंजाब, हरियाणा, बिहार, राजस्थान सहित कई राज्यों तक फैला हैं. अनिल बंजी ने कुख्यात संजीव जीवा से एके 47 खरीदी थी. मेरठ में प्रोफेसर राजबीर सिंह पर हुए हमले का सूत्रधार भी बंजी था. एसटीएफ के एएसपी बृजेश सिंह ने बताया कि रोहन ने स्कॉर्पियो से फरार अपने चारों साथियों के नाम बता दिए हैं. कुछ अहम जानकारियां भी हाथ लगी हैं.
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