Meerut News: मेरठ में 2 फर्जी कॉल सेंटरों पर STF का छापा, जॉब दिलाने के नाम पर करते थे ठगी, 9 आरोपी गिरफ्तार
UP News: मेरठ में एसटीएफ टीम ने दो फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है. यहां बेरोजगार युवाओं को जॉब के नाम पर ठगा जाता था. एसटीएफ ने 9 लोगों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ कर रही है.
Meerut News: मेरठ में एसटीएफ ने दो फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है. इस फर्जी कॉल में लड़कियों की आवाज निकालकर लड़के बेरोजगार युवाओं को ठग रहे थे. एसटीएफ ने सरगना सहित नौ ठगों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों से पूछताछ में कई बड़े खुलासे भी हुए हैं. सभी के खिलाफ गंगानगर थाने में मुक़दमा दर्ज कर लिया गया है. जानकार यह भी आपको आश्चर्य होगा कि ये कॉल सेंटर पुलिस के बदौलत ही चल रहे थे.
मेरठ में दो फर्जी कॉल सेंटर से बेरोजगार युवकों पर कॉल जाता था. उन्हे पांच लोगों का लोन कराने के बाद फाइनेंस कंपनी में जॉब का ऑफर दिया जाता था. रजिस्ट्रेशन के नाम पर दो से तीन हजार रुपए लिए जाते थे. लोन की फाइल बनाने के नाम पर भी पैसे ऐंठे जाते थे. अधिकारी बताकर फोन ट्रांसफर किया जाता था और व्हाट्सेप पर डॉक्यूमेंट मंगाए जाते थे. फर्जी नियुक्ति पत्र भी सौंपा जाता था. नौकरी और लोन के लिए मांगी गई रकम खाते में आने के बाद मोबाइल नंबर बंद कर दिया जाता था.
'लड़की की आवाज में करते थे बात'
एसटीएफ ने बताया कि फर्जी कॉल सेंटर चलाने वाले सरगना नरेंद्र चौहान की वर्क इंडिया नाम की कंपनी के कर्मचारियों से साठगांठ थी. एक हजार बेरोजगार युवकों का डाटा पांच हजार में खरीदा था. यानि पांच रुपए प्रति युवक की पेमेंट की. डाटा मिलने पर सेंटर में मौजूद लड़के लड़कियों की आवाज निकालकर नौकरी और लोन का झांसा देते थे. मेरठ और आसपास के जिलों के युवकों को कॉल नहीं किया जाता था बल्कि ऑनलाइन जॉब पोर्टल फाउंडर से मुंबई, देहरादून, कोलकाता और अंबाला हरियाणा के युवकों का डाटा भी मंगवाते थे और फिर कॉल करके निशाना बनाते थे.
आरोपियों की पुलिस में थी मजबूत घुसपैठ
फर्जी कॉल सेंटर चलाने वाले सरगना नरेंद्र की पुलिस में मजबूत घुसपैठ थी. पुलिस की कृपा से वो हर बार बच जाता था, लेकिन इस बार उसका पाला एसटीएफ से पड़ा तो कोई सोर्स काम नहीं आई. नरेंद्र ने भूमिया के पुल और जेल चुंगी रोड पर भी पहले कार्यालय खोले थे और फिर लाखों रुपए ठगने के बाद जगह बदल दी. ज्यादातर बाहरी बेरोजगार युवकों को निशाना बनाया जाता था. दूर का होने की वजह से कोई मेरठ में आता नहीं था और यदि आ भी जाता था तो पुलिस से उसे पकड़वा दिया जाता था. घबराकर वो बिना कार्यवाही किए ही चला जाता था.
एसटीएफ ने फर्जी कॉल सेंटर का किया पर्दाफाश
एसटीएफ एसपी बृजेश सिंह को सूचना मिली कि भावनपुर थाना क्षेत्र के औरंगाबाद का रहने वाला नरेंद्र चौहान गंगानगर के राठी कॉम्पलेक्स और के पॉकेट में फर्जी कॉल सेंटर चलाकर बेरोजगारों को ठग रहा है. इस पर उन्होंने जाल बिछाया तो राजफाश हो गया. एसटीएफ ने छापा मारा और सरगना नरेंद्र चौहान, जॉनी, विपिन, लक्की, मनीष, हर्ष, संजय, उत्कर्ष और आशीष को गिरफ्तार कर लिया. इनके कब्जे से चार फर्जी नियुक्ति पत्र, दो फर्जी लोन ऑफर लेटर, तीन एटीएम, लैपटॉप, मॉनिटर, पांच आधार कार्ड, डाटा खरीदने के बिल सहित काफी सामान बरामद किया है.
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